फरीदाबाद, धर्मेन्द्र यादव : “फरीदाबाद दी स्मार्ट सिटी” से केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर लोकसभा में और कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल भी विधान सभा में चुन कर पहुंचे हैं. यूं तो केंद्र सरकार की सूचि में फरीदाबाद को भी स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया गया है लेकिन यहां के हालात इतने खराब हैं कि लोग अपने नारकीय जीवन के लिये अधिकारियों के साथ-साथ मंत्रियों को भी जमकर कोस रहे हैं. लोगों का कहना है कि यह फरीदाबाद का दुर्भाग्य ही है कि यहां से एक केंद्रीय मंत्री है तो दूसरा हरियाणा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री , इसके बावजूद कोई 4 साल तो कोई 2 साल से बीजेपी सरकार के राज में ना जाने क्यों इतनी परेशानियां झेलने को मजबूर हैं,.
यहाँ की तस्वीरों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों को कितनी परिशानियां झेलनी पड़ रही हैं. लोगों द्वारा बार-बार शिकायतें करने के बाद ना तो किसी भी अधिकारी के कान पर जूं रेंग रही है और ना ही किसी मंत्री या विधायक को शहर की सुधि लेने की फुर्सत है.
शहर के दो विधानसभा क्षेत्र बडखल और फरीदाबाद अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं. यहाँ के निवासी इंतजार कर रहे हैं कोई आए और उन्हें इन समस्याओं से निजात दिलाए।
बड़खल विधानसभा क्षेत्र :
बड़खल विधा
नसभा क्षेत्र से बीजेपी की विधायक सीमा त्रिखा हैं. बडखल चौक से लेकर अनखीर चौक तक की सड़क रो-रो कर अपनी बदहाली की बयां कर रही है. वैसे तो ये सड़क स्टेट हाइवे घोषित की जा चुकी है लेकिन लोगों का आरोप है कि उन्होंने अधिकारी, पार्षद, विधायक और मंत्री सभी को अपनी समस्याएं बताई लेकिन किसी ने आज तक कोई गौर ही नहीं किया. बडखल विधानसभा में आने वाली इस स्टेट हाइवे पर अपनी जिंदगी गुजारने वाले लोग पिछले 4 साल से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं. सुभाष गुप्ता, स्थानीय नागरिक
का कहना है कि गंदे नाले की ना तो सफाई की जा रही है और ना ही इसके पानी निकासी का कोई उचित प्रबंध किया जा रहा है. इसके चलते मच्छर जनित रोगों से लोग बीमार होना शुरू हो गए हैं। राहुल, स्थानीय निवासी का आरोप है कि सीएम विंडो तक पर शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है. सुबेदार तंवर, स्थानीय निवासीने बताया कि कई बार यहां के नाले में पशु भी गिर कर मर चुके हैं और लोगों के साथ भी कई हादसे होते रहते हैं। लोगों के मुताबिक वो यहां नरक की जिंदगी गुजार रहे हैं।
वहीं यहां अपने बिजनेस करने के सिलसिले में आने वाले रविंदर कुमार, स्थानीय व्यवसायी का कहना है ये स्मार्ट सिटी नहीं नरक सिटी है. अव्यवस्थाओं के चलते उनके साथ यहां पर कई बार हादसा हो चुका है और चोट भी लग चुकी है. दो-दो मंत्रियों के बावजूद ये फरीदाबाद का दुर्भाग्य है जो इस स्थिति में लोगों को अपनी जिंदगी गुजारनी पड़ रही है।
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र :
फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के हालात देखकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे. यहीं से कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल विधायक हैं और अब हरियाणा सरकार में पर्यावरण औऱ उद्योग मंत्री की भूमिका निभा रहे है. लेकिन यहाँ की हालत भी बदतर है. छोटे-छोटे बच्चे सीवर के निकलने वाले गंदे पानी के बीच से निकलने के लिए मजबूर हैं. कई बच्चे अपनी मां की गोद में शायद सुरक्षित महसूस कर रहे हों लेकिन इन बच्चों की मां से पूछो जो इस सीवर के भरे बदबूदार पानी में से निकलने को मजबूर हो रही हैं। लोगों के आरोप हैं कि यहां पर जब भी अधिकारी या पार्षद या मंत्री आते हैं तो सिर्फ आश्वासन के अलावा आज तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। लोग बार-बार शिकायत करके इतने दुखी हो चुके हैं कि अब तो उन्होंने किसी के पास जाकर शिकायत करना भी बंद कर दिया है।
रमेश, स्थानीय नागरिक का कहना है कि सैक्टर 15-ए के इस इलाके में जिले के सभी आलाधिकारी भी रहते हैं और वो भी यहीं से गुजरते हैं बावजूद कोई भी अधिकारी या मंत्री कुछ भी सुनने या करने के लिए तैयार नहीं होता, लोगों के मुताबिक इस गंदे पानी के भरने के चलते उनके काम-धंधे पूरी तरह से ठप हो चुके हैं।
फरीदाबाद के बडखल विधानसभा और फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र दोनों ही स्मार्ट सिटी का मुख्य हिस्सा है लेकिन यहां के हालात देखकर नहीं लगता कि फरीदाबाद कभी स्मार्ट सिटी बन पाएगा क्योंकि यहां ना तो अधिकारी सुनने के लिए तैयार हैं ना विधायक और ना ही मंत्री, तो अब इस स्मार्ट सिटी का भगवान ही मालिक है।