शहर के सभी होटलों, रेस्ट हाऊसों, गेस्ट हाऊसों, पीजी और साइबर कैफे पर होगी सीआईडी की नजर
15 अगस्त समारोह के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने पर बल
सुभाष चौधरी
गुरुग्राम । गुरुग्राम पुलिस की स्पेशल टीम आज से शहर के सभी होटलों, रेस्ट हाउसों और अन्य आवासीय एवं पब्लिक मूवमेंट वाले सभी व्यावसायिक स्थलों की सघन जांच शुरू करेगी। इस सघन जांच अभियान के लिए पुलिस आयुक्त के के राव के निर्देशन में स्पेशल टीम का गठन किया गया है। सूत्रों के अनुसार आगामी 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा की दृष्टि से गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के के राव ने मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस विभाग के खुफिया विंग के साथ बैठक में यह निर्णय लिया। उन्होंने ऐसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लोकल इंटेलिजेंस व सीआईडी विभाग की टीम को कड़ी नजर रखने का सख्त निर्देश जारी किया है जहां शहर से बाहर के लोगों की आवाजाही अधिक होती है। समझ जाता है कि स्वतंत्रता दिवस के राष्ट्रीय समारोह के आयोजन की दृष्टि से दिल्ली एनसीआर को संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है जिसमें हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले भी शामिल हैं।
हालांकि पुलिस आयुक्त के के राव के कार्यभार संभालने के बाद गुरुग्राम पुलिस की सक्रियता हर स्तर पर बढ़ने के संकेत हैं। शहर के प्रत्येक क्षेत्र में दूसरे शहरों से आने व जाने वाले रास्ते पर नाके लगाए गए हैं और अब उन सभी नाके पर पुलिस 24 घंटे चुस्ती से तैनात दिखती है। हर आने जाने वाहनों की चेकिंग की जा रही है। जाहिर है इससे शहरियों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस आयुक्त के के राव की अध्यक्षता में मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में एक अहम बैठक हुई थी जिसमें कुछ खास वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों , सीआईडी, एवं लोकल इंटेलिजेंस की टीम को भी बुलाया गया था। इस बैठक में श्री राव ने स्पष्ट रूप से 15 अगस्त के माद्देनजर सुरक्षा के पुख़्ता इन्तजाम को लेकर पुलिस व्यवस्था की समीक्षा की और शहर के सभी भीड़भाड़ वाले इलाके पर खुफिया नजर रखने का निर्देश दिया। खबर है कि उन्होंने विश्वस्त पुलिस अधिकारी, लोकल इंटेलिजेंस और कुछ सीआईडी के पुलिस अधिकारी व कर्मी को शामिल करते हुए एक खास टीम का गठन किया है। इस टीम को शहर के सभी इलाके में चल रहे बड़े , मध्यम एवं छोटे होटलों की सघन जांच करने को अधिकृत किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस आयुक्त 15 अगस्त के आयोजन की दृष्टि से सुरक्षा में कोई चूक नहीं हो इसको लेकर स्वयं ही इस जांच अभियान की मॉनिटरिंग करेंगे। उन्होंने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया कि यह टीम शहर के सभी होटल्स, मॉल्स, पीजी रेस्ट हाउस, रेस्ट हाउस, गेस्ट हाउस, साइबर कैफ़े सहित इस श्रेणी में आने वाले सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सघन जांच करेगी। यह जांच अभियान आगामी 15 अगस्त 2018 तक जारी रहेगा। इसके लिए गुरुग्राम पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को सक्रिय भूमिका अदा करने का निर्देश दिया गया है। इसमें शहर के कई क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरे की सहायता से भी नजर रखने को कहा गया है।
अकसर ऐसा देख जाता है कि छोटे व अवैध रूप से चलने वाले गेस्ट हाउस व पीजी रेस्ट हाउस बिना आई डी की जांच के ही लोगों को ठहरा देते है। इसलिए पुलिस की ओर से गाइड लाइन तो बनाई गई है लेकिन होटल्स व रेस्ट हाउस एवं पीजी मालिक इसका पालन नहीं करते हैं। इस प्रकार के पीजी और रेस्ट हाऊसों की संख्या शहर के पॉश इलाके और सदर बाजार इलाके में बहुत ज्यादा है। इसलिए पुलिस की नजर इनपर होगी।इस शहर में एनसीआर में सबसे अधिक मॉल्स भी हैं जहां हजारों की संख्या में प्रतिदिन दूसरे शहरों के लोग खरीददारी और अन्य आवाश्यक्ताओं के लिए आते हैं।
बताया जाता है कि इस बार गुरुग्राम में स्वतंत्रता दिवस पर आने वाले मुख्य अतिथि के नाम की घोषणा नहीं कि गयी है। उम्मीद है कि प्रदेश का कोई काबीना मंत्री ही मुख्य अतिथि होंगे। हालांकि वर्ष 2017 में यहां प्रदेश के सीएम मनोहर लाल ने झंडा फहराया था। इसलिए परम्परा के अनुसार इस बार उनके आने की संभावना कम है। देवीलाल स्टेडियम में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी संख्या में शहरी भाग लेते हैं। दूसरी तरफ पास में दिल्ली के लाल किला पर राष्ट्रीय समारोह का आयोजन होता है। इसलिए भी पुलिस आयुक्त के के राव सुरक्षा की दॄष्टि से कोई कोताही नहीं बरतना चाहते है। इस प्रकार के समारोह को शांतिपूर्ण आयोजित करवाना पुलिस के लिए सदा से ही चुनौती रही है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली में आतंकी गुटों के सक्रिय होने के संकेत मिले थे जिससे संबंधित इनपुट्स दिल्ली पुलिस और गुरुग्राम पुलिस शेयर करती है। इसके माद्देनजर आवश्यक कदम उठाए जाते हैं। ऐसे में गुरुग्राम पुलिस के इंटेलिजेंस विंग का सक्रिय होना स्वाभाविक और आवश्यक माना जा रहा है। क्योंकि इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोई आवांछित तत्व गुरुग्राम में शरण ले सकता है जो दिल्ली और गुरुग्राम सहित आस पास के शहरों के लिए खतरा साबित होगा। इसलिए गुरुग्राम पुलिस को चुस्त व दुरुस्त करने को तत्पर पुलिस आयुक्त के के राव ने कई अहम कदम उठाए हैं ।