स्टार्ट अप इंडिया यात्रा के मध्य प्रदेश चरण का आरम्भ 16 से, 10 शहरों में लोगों को करेंगे जागरूक

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नई दिल्ली। स्टार्ट अप इंडिया यात्रा वैन मध्य प्रदेश के 10 शहरों की यात्रा करेंगी, जिसका शुभारंभ राजधानी भोपाल से होगा। इसका उद्देश्य स्टार्ट अप इंडिया और मध्य प्रदेश की स्टार्ट अप नीति के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस वैन पर कई विशेषज्ञ सवार होंगे। यह वाहन प्रतिभाशाली उद्यमियों को अपने अभिनव आइडिया को पेश करने, आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त करने और आगे चलकर अपने आइडिया को उद्यम का रूप देने का अवसर सुलभ कराएगा। यह वैन लगभग 25 कॉलेजों में जाएगी और सभी गंतव्यों पर एक दिवसीय शिविर लगाए जाएंगे। इस यात्रा का शुभारंभ 16 जुलाई, 2018 को होगा और 30 दिनों की अवधि के दौरान 10 जिलों और 15 संस्थानों को कवर किया जाएगा। स्टार्ट अप इंडिया यात्रा का उद्देश्य भारत के छोटे शहरों में जमीनी स्तर के उद्यमियों की पहचान करना और नवोदित उद्यमियों को अपने स्टार्ट अप सपनों को साकार करने के लिए एक उपयुक्त प्लेटफॉर्म सुलभ कराना है।

स्टार्ट अप इंडिया यात्रा का प्रौद्योगिकी साझेदार श्रोफाइल एक वीडियो आधारित व्यक्तित्व आकलन प्लेटफॉर्म है जिसका मुख्यालय गुरुग्राम में है और जो स्टार्ट अप इंडिया मोबाइल वैन के जरिए मध्य प्रदेश के उद्यमियों के अभिनव आइडिया को दर्ज करेगा। उद्यमी अपने-अपने आइडिया को स्टार्ट अप इंडिया एप की स्क्रीन पर दर्ज कराएंगे, जिन्हें आकलन एवं चयन के लिए स्टार्ट अप इंडिया की टीम के साथ साझा किया जाएगा। मध्य प्रदेश से पहले यह यात्रा गुजरात, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और उत्तराखंड में पूरी हो चुकी है।

गुजरात में इस पहल के तहत जुलाई और अगस्त, 2017 में 5 शहरों यथा आणंद, वसाद, मेहसाणा, जेटलपुर, और अहमदाबाद को कवर किया गया था। लगभग 300 स्टार्ट अप्स ने अपने-अपने आइडिया पेश किए थे और आईआईएम अहमदाबाद एवं मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस, अहमदाबाद (मीका) की ओर से 22 इन्क्यूबेशन पेशकश की गई थीं।

टियर-2 और टियर-3 शहरों एवं कस्बों में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट अप इंडिया के तहत हर महीने एक राज्य में स्टार्ट अप इंडिया यात्राका आयोजन किया जाता है। इस यात्रा के दौरान बूट कैंप लगाए जाते हैं जहां विद्यार्थियों को कारोबारी योजना का पाठ पढ़ाया जाता है और उसके बाद उनकी ओर से अभिनव बिजनेस आइडिया आमंत्रित किए जाते हैं। चयनित बिजनेस आइडिया को सार्वजनिक इन्क्यूबेटरों में समाहित किया जाता है। 40 शहरों के कुल मिलाकर 19,000 विद्यार्थी इन बूट कैंप के जरिए लाभान्वित हो चुके हैं।

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