‘ट्री मैन’, एक ऐसा व्यक्ति जो समाज को प्राणवायु ऑक्सिजन को बचाये रखने का सन्देश देता है। नए नए तरीकों से लोगों को पौधे लगा कर अपने आवरण को सुरक्षित करने को प्रेरित करता है। इस भाग दौड़ के वक्त पर जहाँ हम सब अपने बारे में सोचते हैं, जैसे हमे नया घर चाहिए, नई कार चाहिए सब अपने अपने लिए चाहिए लेकिन हम उस वातावरण के बारे में नहीं सोचते जिसमें हम 24 घंटे रहते है। हमारे बीच एक ऐसा व्यक्तित्व है जो सिर्फ जो हर समय हर घड़ी केवल यही सोचता है कि कैसै पर्यावरण को शुध्द ओर सांस लेने योग्य बनाया जाए। इन्हें लोग ट्री मैन के नाम से जानते हैं । जी हां बात की जा रही है दीपक की जो समाज में आज ओक्सिजन मैन के रूप में पहचाने जाते है। दीपक वास्तव में अपने नाम को चरितार्थ कर रहे हैं।
दीपक कहते हैं कि ” जीवन मिलना भाग्य की बात है और मृत्यु आना समय की बात है। पर मृत्यु के बाद भी लोगो के दिलों में जीवित रहना यह कर्मों की बात है। ”
इन्हीं दर्शन पर आधारित राह को चुन कर ट्री मैन ने अभी तक लाखों दिलों को छुआ है और उन्हें NATURE से जोड़ दिया है। खुद लाखों जिंदगियों ( मनुष्यों ) को लाखों जिंदगियों यानी पौधे अर्थात प्रकृति से भी जोड़ा है !
इस राह पर चलते हुए दीपक को कई सम्मान मिले । समाज को जागरूक करने में इन्होने अनेक रिकार्ड्स बनाये। हाल ही में मिला LIMCA BOOK OF RECORDS व् INDIAN RECORD इनके लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में महत्वपूर्ण रहा। लोगों के बढ़ते रुझान को देखते हुए इन्होनें अपने अनोखे GIFT A TREE कैंपेन की शुरुआत 20 सितंबर 2012 को की। उल्लेखनीय है कि इन्हे प्रथम पौधा देश के पूर्व व् अतिप्रिय दिवंगत महामहिम राष्ट्रपति डाॅ ए पी जे कलाम से प्राप्त हुआ था ! इस नेटवर्क का प्रथम पौधा दीपक व् भूमी के हाथ में आया था। उस दिन से आज तक GIFT A TREE NETWORK ने 3 लाख से ज्यादा जिंदगियों के हाथों को छूआ और उन्हें पौधे सौंपे हैं। दीपक की इस दूरदर्शी मंशा को पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम ने भी बहुत सराहा था।
आज JD INSTITUTE OF FASHION DESIGN के विद्यार्थियों ने ‘ट्री मैन’ के ECO -WORRIER स्वरुप के लिए ड्रेस तैयार किया है। ट्री मैन को ईको वारियर के नाम से भी सम्मानित किया गया है।
अब ईको वारियर ने अपने दायरे को बढ़ाते हुए प्लास्टिक को बैन करना है। उनका कहना है कि प्लास्टिक के लगातार इस्तमाल से हमारे पयार्वरण को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है। इसलिए अब सिफॅ नए पोधै लगाकर इस देश को ग्रीन इंडिया बनाना नही है बल्कि प्लास्टिक के इस्तमाल से भी बचाना है। दीपक कहना है कि अगले एनवारमैंट डे तक 100 नए एज्यूकेशन इंस्टीटूट तक इस मुहीम को पहुंचाना है।
यह कहना सही होगा कि सुपर मैन,स्पाईडर मैन होता है जो हमे बचता है बुरे लोगो से ठीक वैसे ही हमारे पास हैं ECO -WORRIER जो हमें इस पॉल्युशन नामक बुराई से लड़ कर इससे बचाने में मदद कर रहा है।