Font Size
चंडीगढ़ ,1 जून : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद ने संबद्ध कॉलेजों के गुणात्मक मूल्यांकन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सभी कालेजों को वर्ष 2018 के अंत तक राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) मान्यता के लिए आवेदन करने के लिए कहा है तथा सभी को कालेज से संबंधित आवश्यक जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये है।
फरीदाबाद जिले के सभी संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ बीएसए इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एवं मैनेजमेंट, फरीदाबाद में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार तथा एआईसीटीई के मानदंडों के अनुरूप किसी भी शिक्षण संस्थान की सभी आवश्यक जानकारी संस्थान की वेबसाइट पर डाला तथा प्रतिवर्ष अपडेट करना अनिवार्य है। इस अवसर पर डीन (संस्थान) प्रो. संदीप ग्रोवर तथा डिप्टी डीन (संबद्धता) डॉ. आशुतोष दीक्षित भी उपस्थित थे।
नैक मान्यता प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए कॉलेजों को प्रोत्साहित करते हुए कुलपति ने कहा कि नैक द्वारा आवधिक मूल्यांकन संस्थानों को एक सूचित समीक्षा प्रक्रिया के माध्यम से अपनी क्षमताओं तथा कमियों को जानने का अवसर प्रदान करता है तथा तय मानदंडों पर शिक्षा की गुणवत्ता स्तर में सुधार लाने में मदद करता है। इसलिए, सभी कॉलेजों को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखने के लिए भी मान्यता प्रक्रिया में जरूर हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नैक मान्यता के लिए आवेदन करने वाले सभी कॉलेजों को विश्वविद्यालय द्वारा आवश्यक सहयोग व मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा। कुलपति ने सभी कालेजों को तकनीकी संस्थानों में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों की अनुपालना के भी निर्देश दिये तथा इस दिशा में कालेजों द्वारा किये गये उपायों की भी समीक्षा की।
कुलपति ने एक बार पुन: सभी कालेजों से स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप कार्यक्रम जिसका उद्देश्य ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान कालेज युवाओं को स्वच्छता कार्यक्रम से जोडऩा है, को सफल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह इंटर्नशिप कार्यक्रम देश को स्वच्छ बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्र निर्माण की एक अनूठी पहल है तथा विद्यार्थियों के लिए बेहतरीन अवसर है, जिसके द्वारा विद्यार्थी समाज के लिए कुछ करने का अवसर प्राप्त कर सकते है। इंटर्नशिप केे दौरान उनके उत्कृष्ट कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलेगा। इसके अलावा, विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के दौरान किये गये कार्यों के आधार पर दो अतिरिक्त क्रेडिट प्वाइंट भी प्राप्त होंगे।
उन्होंने सभी कॉलेजों को इंटर्नशिप कार्यक्रम में पंजीकरण प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सहयोग देने का आग्रह किया ताकि इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की भागीदारी को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी व्यक्तिगत रूप से या 10 सदस्यों की टीम बनाकर इंटर्नशिपक कार्यक्रम के लिए पंजीकृत कर सकते है, जिसके लिए अंतिम तिथि 15 जून, 2018 है।
कॉलेजों के प्राचार्यों द्वारा कुलपति को विश्वविद्यालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप उठाये गये कदमों के बारे में भी अवगत करवाया। कुलपति ने प्राचार्यों द्वारा गुणवत्ता सुधार को लेकर दिये गये सुझाव पर भी चर्चा की।
बैठक के दौरान डीन (संस्थान) प्रो. संदीप ग्रोवर ने विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्ता सुधार को लेकर किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। डिप्टी डीन (संबद्धता) डॉ. आशुतोष दीक्षित ने बताया कि वर्ष 2018-19 की संबद्धता प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नये सत्र के लिए संबद्धता को लेकर पत्र जारी कर दिया गया है तथा संबंधित जानकारी वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। बैठक का संचालन संबद्धता शाखा की ओर से डॉ. प्रीति सेठी द्वारा किया गया।