गंगा की स्थिति पर प्रवासी भारतीय बच्चे का छलका दर्द, कविता वायरल

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अमेरिकन एंबेसी स्कूल में पढऩे वाला सूर्या राघव रहता है गुरुग्राम में

स्कूल में भी मिला लीडरशिप अवार्ड

सूर्या के वीडियो को हरियाणा के मंत्री राव नरवीर सिंह ने  भी किया  ट्विट 

 
 
गुरुग्राम : पूरी दुनिया में रहने वाले भारतीयों के दिल में गंगा नदी किस तरह पवित्रता के साथ बैठी है और गंगा की वर्तमान स्थिति से किस तरह वे चिंतित हैं, इसका अंदाजा गुरुग्राम में रहने वाले आठवीं कक्षा के एक प्रवासी भारतीय छात्र सुर्या राघव की सोशल मिडिया पर वायरल हुई कविता से लगाया जा सकता है। दिल्ली स्थित अमेरिकन एंबेसी स्कूल में पढऩे वाले सूर्या के सामने रिसर्च के लिए अनेक टॉपिक थे, लेकिन उसने गंगा नदी पर रिसर्च की। चार महीने के बाद जब स्कूल में रिसर्च रिपोर्ट सौंपी तो साधारण शब्दों में नहीं बल्कि कविका के रूप में। आजकल कविता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग इसे खूब सराह रहे हैं।
 
 दरअसल सूर्या का जन्म अमेरिका में हुआ, कुछ पढ़ाई अमेरिका में करने के बाद वे कुछ साल पहले अपने पिता प्रमोद के साथ गुरुग्राम आ गए। यहां उनका एडमिशन दिल्ली स्थित अमेरिकन एंबेसी स्कूल में हुआ, लेकिन परिवार के संस्कारित वातावरण के कारण सूर्या पर अपनी ही भारतीय संस्कृति की छाप जरा भी धुंधली नहीं पड़ी। यही वजह है कि १३ वर्षीय सूर्या ने गंगा नंदी पर रिसर्च किया और गंगा की जो स्थिति रिसर्च से सामने आई, उससे सूर्या का मासूम मन भी बड़ा दुखी हुआ और उसने इस पर एक पूरी कविता लिखी और सोशल मीडिया पर डाल दी। सुर्या के अनुसार चार माह की रिसर्च में जब सामने आया कि जो नदी हमारे संस्कृति की पहचान है और जिसे हम मां कहकर पुकारते हैं, ऐसी पवित्र नदी अब प्रदूषण और इंसानी गलतियों के कारण कलुषित हो चुकी है। सरकार इसको स्वच्छ करने के पूरे प्रयास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। बल्कि इसका पानी अब भी इतना गंदा है कि इसे पीना तो दूर इससे नहाया भी नहीं जा सकता।
 
गंगा मां को साफ करना हमारी सबकी जि मेदारी है और यह तब तक संभव नहीं जब आम आदमी इसको लेकर जागरूक नहीं होता। सूर्या की इन्हीं गतिविधियों को देखते हुए स्कूल ने उसे लीडरशिप अवार्ड दिया है।
 
सूर्या की इन्हीं उपलब्धियों पर उनके पिता प्रमोद राघव का कहना है कि भले ही वे सोलह साल तक अमेरिका में रहे, लेकिन घर के माहौल पर कभी विदेशी संस्कृति को हावी नहीं होने दिया। बच्चों में शुरू से ही ऐसे संस्कार है कि वे बिना भोजन मंत्र किए भोजन नहीं करते। सूर्या के पिता के अनुसार सुर्या सदा हमारे देश में चल रही पोल्युशन, हुमैन ट्रैफिकिंग, जल प्रदूषण, पेड़ों के कटने व टै्रफिक व्यवस्था को लेकर चिंतित दिखाई देता है। इस बार उसने स्कूल द्वारा दिए गए रिसर्च के टॉपिक में गंगा मां के टॉपिक को चुनकर और फिर कविता के माध्यम से अपने मन का भाव बताकर यह साबित कर दिया कि हमारे आज के बच्चे अपने देश की समस्याओं से किस तरह चिंतित है। सूर्या के वीडियो को हरियाणा के मंत्री राव नरवीर सिंह ने ट्विट कर उसकी पीठ थपथपाई है।

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