जाटों के साथ सौतेला व्यवहार, भाजपा के लिए बड़ा नुकसानदायक : आर एस दहिया

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जाट स्वाभिमान समिति के राष्ट्रीय महासचिव एवं भाजपा नेता आर एस दहिया ने दी भाजपा को चेतावनी 

2019 के आम चुनाव में भाजपा को संपूर्ण उतरी भारत में भुगतना पड़ेगा बड़ा खामियाजा 

जाट नेता ने कहा, उपचुनाव में भाजपा को विश्वासघाती और मौकापरस्ती के कारण पराजय  मिली 

दहिया ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की 

जाटों को आरक्षण दिलाने की मांग : अबकी बार जाट निर्णायक लड़ाई के मूड में

 

गुरुग्राम, 01 जून। जाट स्वाभिमान समिति के राष्ट्रीय महासचिव एवं भाजपा नेता आर एस दहिया ने भाजपा को चेताया है कि यदि जाटो के साथ सरकार का इसी तरह सौतेला और विश्वासघाती रवैया रहा तो आने वाले 2019 के आम चुनाव में भाजपा को संपूर्ण उतरी भारत में बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

श्री दहिया ने कहा कि इसका ज्वलंत उदाहरण अभी हाल ही में हुए लोकसभा के चार उपचुनाव में देखने को मिला। उतरी भारत की तीनो सीटों से भाजपा को इसी विश्वासघाती और मौकापरस्त नितियों के कारण हार का मुंह देखना पड़ा। उतर प्रदेश की कैराना सीट  जाट बाहुल्य सीट है और यहां पर सदैव जाटो का बोलबाला रहा है। पिछले आम चुनाव में चाटो ने भाजपा का दिल खोलकर साथ दिया और उतरी भारत की सभी जाट बाहुल्य सीट भाजपा की झोली में डाली क्योंकि भाजपा ने जाटो से आरक्षण देने की मांग को पूरा करने का ना केवल भरोसा दिलाया था बल्कि ये कहा था कि सता आने के 6 महीनों के अंदर जाटो को राज्य के साथ-साथ केंद्र में भी ओबीसी श्रेणी में 27 प्रतिशत में आरक्षण दे दिया जाएगा लेकिन भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों ने इस और कोई ध्यान ही नहीं दिया बल्कि जाटो की हर जगह उपेक्षा की। 

स्वाभिमान समिति के महासचिव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अनुरोध किया है कि वे व्यक्तिगत तौर पर जाटों की इस ज्वलंत मांग को पूरा करके उन्हें विश्वास में लें ताकि आने वाला 2019 का चुनाव भाजपा के पक्ष में चला जाए क्योंकि जाटो की उतरी भारत के राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उतर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल व उतराखण्ड में विशेष व निर्णायक भूमिका रहती है। अबकी बार जाट निर्णायक लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं, इसलिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मेरा अनुरोध है कि वे इस ज्वलंत मुद्दे पर समय रहते ध्यान दें और जाटो को उनका जो अधिकार है वो दिलाकर केंद्र सरकार द्वारा किए हुए वायदे को पूरा करें।

  उन्होंने कहा कि आज जाट कौम अपने आप को उपेक्षित व ठगा सा महसूस कर रही है. क्योंकि पिछले आम चुनाव में जाटों ने दिल खोलकर भाजपा का साथ दिया था। जाटों के दिल में एक बात घर कर गई है कि स्वतंत्रता के बाद आज तक किसी भी सरकार या पार्टी ने इस स्वाभिमानी कौम की इतनी उपेक्षा नहीं की। आरक्षण लेना ना केवल जाटों की मांग है बल्कि यह उनका अधिकार भी है क्योंकि कृषि पर निर्भर उनके समकक्ष सभी जातियों जैसे – अहिर, गुज्जर, सैनी आदि को ओबीसी में आरक्षण दिया गया है और इसलिए जाटों का भी आरक्षण लेना अधिकार बना है। हमें विश्वास ही नहीं बल्कि पूरा भरोसा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस ओर पूरा ध्यान देंगे और भाजपा कार्यकर्ता की इस मांग को पूरा करने का भरोसा दिलाएंगे। 

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