ब्राह्मण समाज के प्रति अपमानजनक प्रश्न पूछने के मामले में मुख्यमंत्री ने की कार्रवाई
पेपर-सैटर, कंपनी तथा एक प्रकाशक के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करने के निर्देश
चंडीगढ़, 17 मई : हरियाणा सरकार ने जूनियर इंजीनियर के पेपर में ब्राह्मण समाज के प्रति अपमानजनक प्रश्न पूछने के मामले में पेपर-सैटर, कंपनी तथा एक प्रकाशक के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही इस मामले की जांच होने तक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन को निलंबित कर दिया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि आज सुबह यहां हरियाणा निवास में ब्राह्मïण समाज के मौजिज लोगों के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बैठक हुई जिसमें उन समेत राज्यसभा सांसद डी.पी वत्स, विधायक नरेश कौशिक, विधायक मूलचंद शर्मा, विधायक टेकचंद शर्मा, विधायक दिनेश कौशिक के अलावा समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
श्री शर्मा ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा संचालित जे.ई की परीक्षा में शिरोमणि समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला जो प्रश्न पूछा गया था ,उससे समाज आहत हुआ है। इस मामले में मुख्यमंत्री ने आज समाज के साथ हुई बैठक में बड़प्पन दिखाते हुए तथा समाज की भावनाओं का आदर करते हुए क्षमा याचना की तथा कहा कि मुझे दुख है कि इस टिप्पणी से आपको ठेस पहुंची है। जिस कंपनी से यह गलती हुई है उसके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की बात कही है तथा जांच पूरी होने तक आयोग के मुखिया को निलंबित किया जा रहा है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस उदारता पर समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर जो युवा आंदोलनरत थे उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। उन्होंने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री का प्रदेश में जहां भी रोड़-शो होगा वहां परशुराम दल के कार्यकर्ता उनका अभिनंदन करेंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री शर्मा ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एक स्वायत संस्था है इसलिए इस मामले में एडवोकेट जनरल से राय लेकर किसी आधिकारिक व्यक्ति को जांच सौंपी जाएगी। पेपर-सैटिंग एजेंसी करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के मामले में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि पेपर एजेंसी ने भी पत्र लिखकर खेद प्रकट किया है।
उन्होंने बताया कि पेपर-सैटर ने इस विवादित प्रश्न को जिस पुस्तक से लिया था उस पुस्तक के प्रकाशक को भी ब्लैक-लिस्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि आयोग के वर्तमान चेयरमैन के निलंबन के समय किसी को कार्यकारी चेयरमैन लगाया जाएगा।