रमजान के महिने में 24 घंटे बिजली-पानी देने के लिए जमियत उलमा हिंद ने दिया ज्ञापन

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: मुस्लिम समाज के पवित्र रोजे करीब 17 मई से शुरू हो रहे हैं

 

यूनुस अलवी

मेवात : आगामी 17 मई से इसलाम धर्म के मानने वालों का पवित्र महिना रमजान शुरू हो रहा है। इसमें पूरे महिने रोजे रखे जाते हैं। शिद्दत की गर्मी होने की वजह से रोजेदारों को रात और दिन के समय बिजली और पीने के पानी की सख्त जरूरत पडती है। पूरे महिने लोगों को 24 घंटे बिजली और पीने का पानी मिले इसके लिए जमियत उलमा हिंद की नोर्थ जोन (हरियाणा, पंजाब, चंदीगढ और हिमालचल प्रदेश) के अध्यक्ष मोलाना याहया करीमी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल नूंह जिला के डीसी अशोक शर्मा से मिला। जिनको एक ज्ञापन सौंपकर रमजान के महिने में 24 घंटे बिजली-पानी देने की मांग की गई। वहीं डीसी ने जमियत के प्रतिनिधि को आश्वासन दिया की रमजान के महिने में बिजली और पीने के पानी की कोई कमी नहीं रहने दी जाऐगी।
 
   जमियत उलमा हिंद की नोर्थ जोन के अध्यक्ष मोलाना याहया करीमी ने बताया कि इस साल करीब 16 घंटे का रोजा है। मेवात में बिजली के तारों की खस्ता हालात है। कई गावों में बिजली के ट्रांस्फार्मर फुके हुऐ हैं। उन्होने डीसी से मांग करते हुऐ कहा कि रमजान माह शुरू होने से पहले-पहले 24 घंटे बिजली सुचाररू रूप से चलाने के लिए पुराने तार और फुके हुऐ ट्रास्फर्मरों को बदला जाऐ। उन्होने बताया कि इस बार 24 घंटे में से 16 घंटे का रोजा रहेगा। रोजे की हालत में कोई खा-पी नहीं सकता है। दिन के समय रोजेदारों को आराम करने और रात के समय सहरी और इफ्तारी के लिए बिजली का होना बेहद जरूरी है।
 

क्या कहते हैं डीसी ? 

 
नूंह जिला के डीसी अशोक शर्मा ने बताया कि जमियत उलमा हिंद के प्रतिनिधि ने एक ज्ञापन सौंपा है लेकिन प्रशासन ने रमजान के महिने को देखते हुऐ पहले अधिकारियों की बेठक कर 24 घंटे बिजली-पानी देने और टूटे हुऐ तारों को बदलने, पानी की लीकेज के रोकने और फुंके हुऐ ट्रास्फामरों को बदने के आदेश दिऐ गऐ हैं। उन्होने कहा कि अगर कोई कर्मचारी अपने कार्य में लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी।
  इस मौके पर मोलाना याहया करीमी, साबिर कासमी, कारी मोहम्मद अली रानौता,  मोलवी अबुदल मजीद और नाजिर करीमी तिरवाडा मौजूद थे।

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