चंडीगढ़,5 मई ; हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राज्यों के लिए चलाई जा रही ‘वोकेशनलाईजेशन ऑफ सैकेंडरी व हायर सैकेंडरी एजूकेशन’ योजना के तहत अब नौवीं-दसवीं कक्षा के बाद विद्यार्थी एक जॉब-रोल का प्रमाण-पत्र प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पहले सामान्य शिक्षा के साथ कक्षा नौवीं में जो बच्चे कोई व्यावसायिक विषय चुनते थे, वे दस जमा दो कक्षा के साथ व्यावसायिक विषय का लैवल-4 पास करने पर एक निश्चित व्यवसाय के लिए पात्र बन जाते थे। चार वर्ष का कोर्स होने के कारण केवल नौवीं से बारहवीं कक्षाओं के लिए यानि सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में ही यह योजना चलाई जा रही थी।
श्री शर्मा ने बताया कि इस योजना के बारे में राष्ट्रीय स्तर पर विचार-विमर्श करके इसमें कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। संशोधित योजना के अन्तर्गत अब विद्यार्थी नौवीं-दसवीं कक्षा में एक जॉब-रोल का प्रमाण-पत्र प्राप्त कर सकेंगें और यदि इसके बाद ग्यारहवीं तथा बारहवीं कक्षा में प्रवेश लेकर पढ़ाई जारी रखते हैं तो एक अन्य व्यावसायिक विषय में भी एक अलग जॉब-रोल का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने अब 73 व्यावसायिक विषयों की सूची जारी की है। हरियाणा में पहले से 14 व्यावसायिक विषयों को पढ़ाने की व्यवस्था की हुई है। इस बार नौवीं कक्षा में व्यावसायिक विषय लेने के लिए कुछ हिदायतें जारी की गई हैं जिनके अनुसार हैल्थ, मीडिया इन्टरटेनमैन्ट (पेश्ंाट केयर एसिस्टेन्ट, विजिन टैक्नीशियन, एनीमेटर के व्यावसायिक विषय) को नौवीं कक्षा से शुरू होने की बजाए अब कक्षा ग्यारह तथा बारह में दो वर्षीय कोर्स के रूप में पढ़ाया जाएगा। ऐसे विद्यालय जिनमें पहले ये विषय कक्षा नौवीं से आरंभ किए गए थे वे इनके स्थान पर अन्य व्यावसायिक विषय कक्षा नौवीं तथा दसवीं में आरम्भ करने का प्रस्ताव भेज सकते हैं।
शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों या एजूकेशनली बैकवर्ड ब्लॉक में स्थित विद्यालयों में, जिनमें छात्र संख्या कम है वहां पर दो व्यावसायिक विषयों की जगह अब एक व्यावसायिक विषय आंरभ करने बारे प्रस्ताव भेज सकते हैं। संशोधित योजना के अनुसार सीनियर सैकेंडरी स्कूलों के अलावा व्यावसायिक विषय चलाने के लिए अनिवार्य शर्ते पूर्ण करने वाले सैकेंडरी स्कूल भी अपने प्रस्ताव हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद को भेज सकते हैें।
उन्होंने बताया कि मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार ने एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसमें यदि कोई विद्यार्थी दसवीं या बारहवीं कक्षा में सामान्य शिक्षा में उत्तीर्ण नहीं होते हैं और वे व्यावसायिक विषय में पास हो जाते हैं तो ऐसे विद्यार्थियों को व्यावसायिक विषय में पास होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा ताकि वे कहीं अपना रोजगार शुरू करने के काबिल बन सकें। क्योंकि विद्यार्थी व्यावसायिक विषय जनरल एजूकेशन के साथ-साथ पढ़ते हैं ऐसे में नए निर्णय से उन विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा जो कि सामान्य पढ़ाई करने से कतराते हैं और उनमें कोई न कोई व्यावसायिक हूनर होता है।