रूस व भारत करेंगे 25 विकिरण केन्द्रों की स्थापना

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जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थों को अधिक दिनों तक संरक्षित करना होगा संभव

सात केंद्र महाराष्ट्र में स्थापित होंगे

नई दिल्ली : देश में 25 विकिरण केंद्रों स्थापित करने में भारत कि मदद करेगा रूस.  दोनों देशों ने एक करार पर हस्ताक्षर किया हैं. ऐसे केंद्र स्थापित होंगे जिसमें जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थों को अधिक दिनों तक संरक्षित किया जाना संभव हो सकेगा. फल, फूल, सब्जियों या मांस मछली जैसी जल्दी सड़ने वाली चीजों को इस तकनीक के सहारे अधिक समय तक ताजा रखना संभव होगा .

बताया जा ता है कि इस समझौते के तहत ऐसे सात केंद्र महाराष्ट्र में स्थापित होंगे जिसमें से पहला केंद्र शिरडी के पास होगा. यह 2017 में उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा। यह समझौता हिंदुस्तान एग्रो को-ऑपरेटिव लिमिटेड और रूस की युनाइटेड इनोवेशन कॉरपोरेशन (यूआईसी) के बीच हुआ है. उल्लेखनीय है कि यूआईसी रोसेटम स्टेट एटॉमिक एनर्जी कॉरपोरेशन की सहयोगी कम्पनी है।

हिंदुस्तान एग्रो को-ऑपरेटिव लिमिटेड के चेयरमैन भारत ढोकणी पाटिल ने बताया  कि समझौते को क्रियान्वित करने के लिए एक संयुक्त उपक्रम स्थापित किया जायेगा . इसके अनुसार देश में दो दर्जन से अधिक एकीकृत विकिरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे जिनमें से पहले चरण में सात केंद्र महाराष्ट्र में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सात केंद्र सिंधदुर्ग, सतारा, सोलापुर, जेएनपीटी, जलाना, नापुर और पुणे में स्थापित होंगे। अन्य केन्द्रों को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है.

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