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यूनुस अलवी
मेवात : सरकार द्वारा अतिथि अध्यापकों को बार-बार नियमित करने का आश्वासन देने के बाद फिर मुकर जाने से अध्यापकों में भारी रौष है। अध्यापकों ने चेतावनी दी है अगर सरकार ने उनको पक्का करने के आदेश 28 अप्रैल तक जारी नहीं किए तो 29 अप्रैल से करनाल में आमरण अनशन शुरू किया जाऐगा। इस बारे में बुधवार को गांधी पार्क में अतिथि अध्यापकों की फैंसला लिया। बेठक की अध्यक्षता अतिथि अध्यापका संघ के प्रदेश प्रवक्ता सतीश यादव ने की।
अतिथि अध्यापका संघ के प्रदेश प्रवक्ता सतीश यादव ने बताया कि भाजपा सरकार में मौजूदा शिक्षा मंत्री एंव तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राम बिलाश शर्मा ने दिल्ली में जनतर मंतर पर धरना दे रहे अतिथि अध्यापकों को लिखित में आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार आने पर पहले कलम से पक्का किया जाऐगा। उनका कहना है कि भाजपा सरकार को बने चार साल हो गऐ अभी तक पक्का करना तो दूर समान काम समान वेतन भी नहीं दे रही है।
उनका कहना है कि भाजपा सरकार पिछले चार साल में अध्यापकों को पक्का करने के दस बार झूंठे आश्वासन दे चुकी है ऐसा ही सीएम ने 14 फरवरी को दिया था कि अध्यापकों को एक सप्ताह के अंदर नई पोलिसी बनाकर पक्का किया जाऐगा। जब तक अध्यापक पक्के नहीं होते तब तक उनको समान काम समान वेतन दिया जाऐगा।
उन्होने बताया कि शहीद फौजी की विधवा एंव दिव्यांग अतिथि अध्यापिका मैना यादव ने अध्यापकों की नौकरी पक्का कराने की मांग के लिए करनाल के करण पार्क में 11 फरवरी को मुंडन करवाया था। जिसके बाद सरकार को काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। सीएम ने 14 फरवरी को अतिथि अध्यापकों से मीटिंग कर उनको समान काम समान वेतन लागू करने का वादा किया था परंतु सीएम के आश्वासन को लगभग तीन महीने का समय बीत चुका है भी तक सरकार ने अपने वादे पर अमल नहीं किया। जिसके कारण अतिथि अध्यापक मैना यादव ने 29 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठने का फैसला किया है
मीटिंग में सिराजुद्दीन, फरियाद इलाही सुनीता चौधरी आर्येंद्र सुरेंद्र रात्रि वसीम खान सुनील सुभाष नियाज मोहम्मद वेगयूर बहुत से अतिथि अध्यापक मौजूद थे