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: एसडीएम के बिना उसके कर्मी ट्रक और डंफरों का चालान करने धमकी देकर अवैध वसूली करते हैं
यूनुस अलवी
मेवात : सडीएम के सुरक्षाकर्मी व ड्राईवर पर सरकारी गाडी का रोब दिखाकर डंफर और ट्रकों से अवैध वसूली व रिश्वत लेने का एक वकील ने गंभीर आरोप लगाया है। गांव बिछौर निवासी ऐडवोकेट परशुराम ने पुन्हाना के एसडीएम प्रदीप कुमार को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की लिखित शिकायत दी है। वहीं एसडीएम की अनुपस्थित में सुप्रिडेंट अखतर हुसैन ने शिकायत मिलने की पुष्टी की है।
गांव बिछौर निवासी ऐडवोकेट परशुराम पुत्र नवरत्न ने शुक्रवार को पुन्हाना के एसडीएम कार्यालय में शिकायत देने के बाद बताया कि मेरे पास एक हाईवा डंफर है। बृहस्पतिवार को दिन के करीब 11 बजे अपनी क्षमता के अनुसार नांगल से रोडी भर कर पिनगवां खंड के गांव तेड में जनस्वास्थ्य विभाग के बन रहे चैंबर पर डालने जा रहा था। जब ट्रक पुन्हाना-नगीना रोड पर स्थित टीवीएस मोटर्स के पास पहुंचा तो पुन्हाना के एसडीएम वाली गाडी को ट्रक के आगे लगाकर रोक लिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि एसडीएम के सुरक्षाकर्मी आनंद और उसके ड्राईवर ने मेरे हाईवा डंफर चालक को पीटा और उनहोने ही पुन्हाना पुलिस को भी मौके पर बुला लिया।
शिकायतकर्ता परशुराम ने बताया कि उसके बाद मेरे ड्राईवर ने फोन किया और वह मौके पर पहुंचा। शिकायतकर्ता ने जब एसडीएम के ड्राईवर और सुरक्षाकर्मी से पूछा की बिना एसडीएम के तुमने डंफर को क्यों रोका तो इसपर वे भडक गऐ और उन्होने कहा कि एसडीएम ने हमको चालान करने के अधिकार दे रखे है, हम तुम्हारे हाईवा डंफर का एक लाख रूपये का चालान काट सकते हैं।
शिकायतकर्ता का कहना है कि मुख्य सडक पर आनेजाने वाले सैंडकों लोगों ने ये नजारा देखा बाद में एसडीएम के नाम से और चालान करने की धमकर देकर उससे 15 हजार रूपये रिश्वत के ऐंठ लिए। उन्होने कहा कि आरोपियों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई करने के लिए उसने पुन्हाना के एसडीएम कार्यालय में शिकायत दे दी है। एसडीएम की अनुपस्थित में शिकायत को सुप्रिडेंट अखतर हुसैन ने रिसीव कर लिया है।
क्या कहते हैं डीसी ?
शिकायतकर्ता के आरोपों के बारे में पुनहाना के एसडीएम प्रदीप कुमार से कई बार सम्पर्क किया लेकिन उन्होने फोन नहीं उठाया वहीं बाद में नूंह जिला के उपायुक्त अशोक शर्मा का कहना है कि अगर किसी कर्मचारी ने बिना एसडीएम के सरकारी कार का प्रयोग कर ट्रक व डंफरों से अवैध वसूली करने का प्रयास किया है तो मामले की जांच की जाऐगी। दौषी पाये जाने पर उनके खिलाफ कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जाऐगी।