एम् सी जी के तीखे तेवर : प्रोपर्टी टैक्स डिफाल्टर 7 बैंक्वेट हॉल सील

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-प्रोपर्टी टैक्स जमा नहीं करने पर 7 बैंक्वेट हॉल किए गए सील
– आशियाना वाटिका, श्रीराम वाटिका, कृष्णा मंगलम गार्डन, रंगोली गार्डन, विशाल गार्डन, ब्लैशिंग गार्डन तथा शगुन गार्डन को किया गया सील
– मंगलवार को भी 4 बैंक्वेट हॉल को किया गया था सील

गुरूग्राम, 11 अप्रैल। प्रोपर्टी टैक्स की अदायगी नहीं करने वाले बैंक्वेट हॉल के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही तथा 6 बैंक्वेट हॉल को सील किया गया। इनमें जोन-1 क्षेत्र के आशियाना वाटिका एवं श्रीराम वाटिका, जोन-2 क्षेत्र के कृष्णा मंगलम गार्डन एवं रंगोली गार्डन तथा जोन-4 क्षेत्र के ब्लैशिंग गार्डन एवं शगुन गार्डन शामिल हैं।

आशियाना वाटिका पर 126120 रूपए, श्रीराम वाटिका पर 186840 रूपए, कृष्णा मंगलम गार्डन पर 20 लाख 18 हजार रूपए, रंगोली गार्डन पर 10 लाख 23 हजार रूपए, विशाल गार्डन पर 18 लाख 56 हजार रूपए तथा ब्लैशिंग एवं शगुन गार्डन पर 20 लाख रूपए का प्रोपर्टी टैक्स बकाया है। आज की कार्रवाई जेडटीओ-1 विजय कपूर, जेडटीओ-2 समीर श्रीवास्तव तथा जेडटीओ-4 दिनेश कुमार की टीमों द्वारा अपने-अपने जोन में की गई। मंगलवार को भी नगर निगम द्वारा 4 बैंक्वेट हॉल को सील किया गया था, जबकि अन्य 3 बैंक्वेट हॉल मालिकों ने मौके पर प्रोपर्टी टैक्स की अदायगी करके अपने बैंक्वेट हॉल को सील होने से बचाया था।

नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव के अनुसार नगर निगम सीमा में स्थित सभी प्रकार की रिहायशी एवं वाणिज्यक प्रोपर्टी का प्रोपर्टी टैक्स जमा करवाना अनिवार्य है। प्रोपर्टी टैक्स की अदायगी नहीं करने की सूरत में ब्याज एवं पैनल्टी लगाने के साथ-साथ प्रोपर्टी को सील, अटैच एवं नीलाम भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नगर निगम सीमा में स्थित सभी बैंक्वेट हॉल/मैरीज पैलेस संचालकों को पूर्व में नोटिस जारी करके 31 मार्च तक उनका पूर्ण बकाया प्रोपर्टी टैक्स जमा करवाने के लिए कहा गया था। साथ ही यह भी कहा गया था कि निर्धारित तिथि तक प्रोपर्टी टैक्स नहीं जमा करवाने वालों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई शुरू की जाएगी। हालांकि कुछ बैंक्वेट हॉल/मैरीज पैलेस संचालकों ने प्रोपर्टी टैक्स की अदायगी कर दी है, लेकिन जिन्होंने अभी तक अदायगी नहीं की है, उन्हें सील करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी भी प्रकार की ढि़लाई नहीं बरती जाएगी और सीलिंग की यह कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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