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योजना पर निगम पार्षदों तथा सिटीजन मॉनिटरिंग कमेटी की रहेगी नजर : यशपाल यादव
2290 करोड़ की आय जबकि 1884 करोड़ के व्यय का प्रावधान : वाई एस गुप्ता
सभी वार्डों में डिस्पैंसरी की होगी स्थापना
गुरूग्राम, 7 अप्रैल। नगर निगम गुरूग्राम (MCG) की विशेष (बजट) बैठक आज नगर निगम कार्यालय में मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से कुछ संशोधनों के साथ वित्त वर्ष 2018-19 के अनुमानित बजट को स्वीकृति प्रदान की गई।
नगर निगम गुरूग्राम (MCG) के निगम सचिव एवं एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाई एस गुप्ता तथा चीफ अकाऊंट ऑफिसर ओपी शर्मा ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए तैयार किए गए अनुमानित बजट को सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस बार के बजट में 2290 करोड़ की आय तथा 1884 करोड़ रूपए के व्यय का प्रावधान किया गया है। बजट के बारे में निगम पार्षद आर एस राठी ने अपने सुझाव रखे। निगम पार्षदों ने कुछ संशोधनों के साथ अनुमानित बजट को स्वीकृति प्रदान की।
बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष बल
सैक्टर-102 में बनने वाले मेडिकल कॉलेज के लिए भी आवंटन
बैठक में गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद ने सदन को बताया कि इस बार के बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा गया है। इसके तहत सैक्टर-102 में बनने वाले मैडीकल कॉलेज के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। यह मैडीकल कॉलेज गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण, नगर निगम गुरूग्राम तथा श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड द्वारा बनाया जाएगा। इसके साथ ही सभी वार्डों में डिस्पैंसरी बनाने की दिशा में भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रीनरी को बढ़ावा देने और जल संरक्षण एवं वाटर हारवैस्टिंग की दिशा में भी कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सडक़ों की ग्रीन बैल्टों का रख-रखाव किया जाएगा, ताकि शहर में हरियाली बढ़े और वातावरण शुद्ध हो।
सभी वार्डों में नागरिक सुविधा केन्द्र व वाई-फाई सुविधा देने का प्रस्ताव
नगर निगम (MCG)आयुक्त यशपाल यादव ने बताया कि सभी वार्डों में नागरिक सुविधा केन्द्र बनाने तथा वाई-फाई की सुविधा प्रदान करने के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही नगर निगम गुरूग्राम (MCG) का अपना कार्यालय भवन बनाने, पेपरलैस प्रक्रिया करने के लिए ई-ऑफिस की स्थापना आदि कार्य भी इस वर्ष में किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार इनफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान रहेगा, जिनमें रोड़ एवं ब्रिज, मैडीकल कॉलेज, सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट, पेयजल आपूर्ति आदि शामिल हैं।
उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि वे इस प्रकार की प्रक्रिया तैयार कर रहे हैं कि सभी कार्यों में निगम पार्षदों और नागरिकों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एस्टीमेट तैयार करने का तरीका भी बदला जा रहा है। इसके तहत कार्यकारी अभियंता कार्य को करने का निर्णय लेगा तथा असिस्टैंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर एस्टीमेट तैयार करने से पहले मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे। योजना के तहत निगम पार्षदों तथा सिटीजन मॉनिटरिंग कमेटी की भागीदारी भी रहेगी। उन्होंने बताया कि कार्य की योजना बनाने से लेकर उसे धरातल पर शुरू करवाने में निगम पार्षद और सिटीजन मॉनिटरिंग कमेटी विशेष भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि पेयजल आपूर्ति और सीवरेज सिस्टम के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
इस मौके पर सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला गजे सिंह कबलाना, डिप्टी मेयर सुनीता यादव, नगर निगम (MCG) आयुक्त यशपाल यादव, निगम सचिव एवं एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाईएस गुप्ता चीफ अकाऊंट ऑफिसर ओपी शर्मा, निगम पार्षद मिथलेश, शकुंतला यादव, रविन्द्र यादव, विरेन्द्रराज यादव, अनूप सिंह, योगेन्द्र सारवान, नवीन, ब्रह्म यादव, संजय कुमार, सीमा पाहुजा, मधु बत्रा, अश्विनी शर्मा, कपिल दुआ, धर्मबीर, सुनीता यादव, अश्विनी शर्मा, सुनील कुमार, सुभाष फौजी, हेमन्त कुमार, कुलदीप यादव, महेश दायमा, कुलदीप बोहरा, आरएस राठी तथा कुसुम यादव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।