विपुल गोयल ने स्लम की 31 कन्याओं को गोद लिया

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उद्योग मंत्री विपुल गोयल की सामाजिक पहल

धर्मेन्द्र यादव

फरीदाबाद :  आज पूरा देश नवरात्र में मां की पूजा कर रहा है ऐसे में हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने एक बेहतरीन पहल की है । उन्होंने नवचेतना ट्रस्ट के साथ मिलकर स्लम बस्तियो की 31 कन्याओं को गौद लिया ।  इन कन्याओं की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्चा इस ट्रस्ट से जुड़े लोग उठाएंगे । इस मौके पर उद्योग मंत्री ने भी दो कन्याओं को गोद लिया । उस मौके पर उन्होंने प्रदेश बासियों को नवरात्रों की शुभकामनाये दी ।

दरसल विपुल गोयल की पहल पर आज अष्टमी के दिन नवचेतना ट्रस्ट से जुड़े अधिकारियों ने 10 कन्याओं को गोद लिया । स्लम बस्ती की रहने वाली इन कन्याओं की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्चा अब यह उद्योगपति उठाएंगे ।  इसके अलावा हर साल बच्ची की बेहतरीन परवरिश करने वाले परिवार को सम्मानित किया जाएगा । इस मौके पर उद्योग मंत्री ने कहा नवरात्रों में लोग माँ को पूजते है कंजक जिमाने का रीति रिवाज है पर बास्तव मैं आज फ़रीदाबाद मैं इसकी सार्थकता सिद्ध हुई है । इसके लिए ऐसे बच्चो को चिन्हित किया गया जिनका परिवार उन्हें पढ़ा नहीं सकता । इस मौके पर विपुल गोयल ने कहा कि 1 नबम्बर से हरियाणा का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है इसके लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है और ये पुरे साल उत्सव का साल मनाएंगे । इस मौके पर उन्होंने कहा की  उजाड़ पड़े नाहर सिंह स्टेडियम का जल्दी ही पुनरद्धार होगा इसके लिए 48.50 करोड के प्रस्ताव सरकार के पास जा चुके है और जल्दी ही  वो पास हो जाएंगे । जिसके बाद इस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के दिन बदल जाएंगे ।

26 सरकारीं स्कुलो को अडॉप्ट करने का काम शुरू

 

उद्योग मंत्री के मुताबिक नवचेतना ट्रस्ट स्लम बस्तियो के अंदर बने  26 सरकारीं स्कुलो को अडॉप्ट कर रहा है जिसके लिए काम शुरू हो चूका है । 1 साल के अंदर इन्हें गोद ले लिया जाएगा और उन स्कुलो मैं निजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं दी जायेगी ।

इस मौके पर नबचेतना ट्रॅस्ट के चेयरमेन प्रशांत भल्ला ने बताया की विपुल गोयल की ये सोच थी की बच्चियों के लिए कुछ किया जाए।  इसी सोच को लेकर उन्होंने ३१ बच्चो को गौद लिया गया।  ट्रस्ट की सोच है की न केवल पढ़ाई बल्कि हर स्तर पर ट्रस्ट उनके साथ जुड़ा रहे।  इसी को लेकर आज इसको सिरे चढ़ाया गया।  उनके मुताबिक़ पढाई के साथ बच्चो के साथ परिवार की तरह जुड़ पाना ही एक मकसद  है

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