सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारतमाला परियोजना के अंतर्गत ईपीसी मोड पर हरियाणा राज्य में बसाई आरओबी से लेकर एनएच 8 – एसपीआर चौराहे तक द्वारका एक्सप्रेसवे के पैकेज-4 के लिए ठेका या अनुबंध पत्र (एलओए) जारी कर दिया है। द्वारका एक्सप्रेसवे के इस खंड के विकास से दिल्ली एवं गुरुग्राम के बीच यातायात की निर्बाध एवं सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित होगी और इसके साथ ही मौजूदा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे में भीड़-भाड़ कम करने में मदद मिलेगी।
आठ लेन वाले एक्सप्रेसवे (एनएच-248 बीबी) का निर्माण 1047.007 करोड़ रुपये की लागत से ईपीसी मोड पर किया जाएगा। सड़क के 8.76 किलोमीटर लंबे खंड का निर्माण मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। इस परियोजना में द्वारका एक्सप्रेसवे के मुख्य मार्ग (कैरेजवे) के लिए आठ लेन वाला एलिवेटेड ढांचा, मानेसर रोड के लिए ट्रम्पेट इंटरचेंज और एनएच 8 – एसपीआर चौराहे से जुड़ा क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल हैं। इस परियोजना को पूरा करने की अवधि दो साल तय की गई है, जबकि रख-रखाव अवधि चार साल की है। इस परियोजना के तहत एक छोटे पुल को चौड़ा किया जाएगा, अतिरिक्त आरओबी, पांच वीयूपी एवं बस स्टैंड के साथ छह बस डिपो का निर्माण किया जाएगा और चार जंक्शनों को बेहतर किया जाएगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे को पांच पैकेजों में क्रियान्वित किया जाएगा। 5.3 किलोमीटर का पहला पैकेज शिव मूर्ति से लेकर आरयूबी तक है, 4.2 किलोमीटर का दूसरा पैकेज आरयूबी से लेकर हरियाणा बॉर्डर तक है, 10.2 किलोमीटर का तीसरा पैकेज हरियाणा बॉर्डर से लेकर बसाई आरओबी तक है, 8.77 किलोमीटर का चौथा पैकेज बसाई आरओबी से लेकर एनएच 8 – एसपीआर चौराहे तक है और 5 किलोमीटर के पांचवें पैकेज के तहत सुरंग के जरिए द्वारका एक्सप्रेसवे से लेकर वेस्टर्न एयरपोर्ट तक की कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी।