रॉकफोर्ड में धूमधाम से मनाया गया महिला दिवस,  बच्चों व शिक्षकों ने दी आकर्षक प्रस्तुति

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प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर लिया भाग 

रॉकफोर्ड में धूमधाम से मनाया गया महिला दिवस,  बच्चों व शिक्षकों ने दी आकर्षक प्रस्तुति 2गुरुग्राम :  रॉकफोर्ड कान्वेंट सीनियर सैकेंडरी स्कूल में  आज 8 मार्च को “महिला दिवस” हर्षोल्लास  के साथ मनाया गया। स्कूल के संचालक मुकेश डागर ने नारी शक्ति को सम्मानित करते हुए प्रत्येक क्षेत्र में उनकी  बुलंदियों की सराहना की।  इस शुभ अवसर पर स्कूल में विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर बच्चों तथा अध्यापिकाओं दोनों को समान रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान किया गया।  छात्राओं तथा अध्यापिकाओं दोनों ने मिलकर रंगोली, शास्त्रीय संगीत, नृत्य , चित्रकला प्रतियोगिता तथा और विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़ कर भाग लिया।  पुरुष अध्यापकों ने भी उनका उत्साह वर्धन करते हुए ख़ुशी का इज़हार किया। रॉकफोर्ड में धूमधाम से मनाया गया महिला दिवस,  बच्चों व शिक्षकों ने दी आकर्षक प्रस्तुति 3
स्कूल की  प्रबंधक नीता  डागर एवं प्रधानाचार्या रेनू चौहान ने इस शुभ अवसर पर अपने स्टॉफ तथा बच्चों को इसी प्रकार मिलकर आगे  बढ़ने की प्रेरणा दी ।
स्कूल के फाइन आर्ट्स अध्यापक मिस्टर अजय ने इस शुभ अवसर पर अपनी स्वरचित कविता द्वारा नारी शक्ति का प्रत्येक क्षेत्र में ऊचाइंयों को छूने का ज्वलंत उदहारण प्रस्तुत किया।
उनकी कविता ने वहाँ उपस्थित सभी अध्यापक एवं अध्यापिकाओं के रोंगटे खड़े कर दिए। 

रॉकफोर्ड में धूमधाम से मनाया गया महिला दिवस,  बच्चों व शिक्षकों ने दी आकर्षक प्रस्तुति 4गर कोई घूरे तुझे तो वो नेत्रहीन हो जाए ,
छूना चाहे तो जल कर राख हो जाए, 
तू ना बन चाँद ए नारी……खुदको सूरज बना ले। 
तू क्यों मांगे पनाह किसी से…….तू कमजोर कहाँ है,
तुझसे ज्यादा जोर….. किसी में जोर कहाँ है,
तेरे गुस्से से तो महादेव भी हार मानते थे ,
तेरी एक चीख से असुर अपने प्राण त्यागते थे,
तू ना बन चाँद खुदको सूरज बना ले,
असुर मुक्त समाज बनाने का फिर से भार उठा ले,
तू ना बन सीता इस कलयुग में.. खुदको दुर्गा बना ले,
गर कोई घूरे तुझे तो वो नेत्रहीन हो जाए ,
छूना चाहे तो जल कर राख हो जाए, 
तू ना बन चाँद ए नारी……खुदको सूरज बना ले। 

कार्यक्रम के अंत में स्कूल के सचांलक मुकेश डागर ने पुनः अपने शब्दों में नारी शक्ति को स्वयं को कम न आंकने की प्रेरणा दी।  

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