सीएम ने कहा विपक्ष का एसवाईएल मुद्दे पर आन्दोलन करना ठीक नहीं
सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा जताया
स्कूलों में सुबह की प्रार्थना में गायत्री मंत्र शामिल करने को सही बताया
सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
चण्डीगढ़, 25 फरवरी ; हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्षी दलों से आग्रह किया है कि वे सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे पर किसी प्रकार का आंदोलन न करें और संयम रखें। उन्होंने कहा कि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा है और राज्य को एसवाईएल के माध्यम से उसका अपना पानी का हिस्सा अवश्य मिलेगा।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में 83.64 करोड़ रुपये की राशि की तीन परियोजनाओं के उदघाटन के उपरांत उपस्थित जनसभा को सम्बोंधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने अपना निर्णय हरियाणा के पक्ष में दिया है और अब अपैक्स कोर्ट द्वारा क्रियान्वयन के आदेश भी पारित किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा है और विपक्ष को भी भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रैजिडेंशियल रैफेरेन्स 10 वर्षों से भी अधिक समय से सर्वोच्च न्यायालय में लïिम्बत था और वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट में मामले की मजबूती से पैरवी की गई और नियमित सुनवाई सुनिश्चित हुई। इसके परिणामस्वरूप अपैक्स कोर्ट ने हरियाणा के पक्ष में अपना निर्णय दिया है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों को लोगों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए बल्कि ठोस सुझाव देने चाहिएं। उन्होंने कहा कि जब वर्तमान सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अगले शैक्षणिक सत्र से छात्र संघ के चुनाव होंगे तो इनेलो द्वारा इस मुद्दे पर आंदोलन करना ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा जब एक बार किसी मुद्दे पर आम सहमति बन गई है तो घटिया राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो हमने कहा और वायदा किया, उसे हमने किया।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों को जनहित में अपना आंदोलन वापिस ले लेना चाहिए। उनकी अपनी सभी वाजिब मांगों पर राज्य सरकार द्वारा साहनुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह योजना केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार के साथ मिलकर चलाई जा रही है और राज्य सरकार ने अपने हिस्से की राशि से ज्यादा का भुगतान इन कर्मचारियों को पहले ही कर दिया है, यदि कोई समस्या है तो उसका निदान किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने तीन दिन पहले आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के साथ एक बैठक की थी और उनकी मांगो पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही वे भी इस सम्बंध में एक बैठक बुलाने वाले हैं और जो भी सकारात्मक होगा, उसे किया जाएगा।
हरियाणा रियल स्टेट रेगुलेटरी आथोरिटी के सम्बंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आथोरिटी अधिनियम और केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अंतर्गत गठित की गई है और इससे घर खरीदने वालों तथा डेवेल्परों की समस्याओं के निपटान में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने राजकीय स्कूलों में सुबह की प्रार्थना में गायत्री मंत्र को शामिल किये जाने के निर्णय पर विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे पर तर्क दिया कि तीन घंटे के समय में पढ़ाई-लिखाई और गणित आवश्यक हैं, परन्तु पर्याप्त नहीं है। बच्चों में मूल्यावान शिक्षा भी होनी चाहिए ताकि वे समाज में एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में 83.64 करोड़ रुपये की राशि की तीन परियोजनाओं के उदघाटन के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा लिए गए प्रत्येक निर्णय के विरोध करना विपक्ष की आदत है। बच्चों में मूल्यावान शिक्षा इसलिए आवश्यक है कि उन्हें यह समझ रहे कि क्या गलत है और क्या सही है। उन्होंने मूल्यावान शिक्षा की महत्वता के बारे में कहा कि समाज में अपराध को में भी मूल्यावान शिक्षा महत्वपूर्ण है।
मनोहर लाल ने कहा कि नये पाठयक्रमों के अलावा महान हस्तियों की जीवनी के बारे में बच्चों को बताया जाए जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया ताकि वे उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें। उन्होंने कहा कि पवित्र पुस्तक गीता, पंचतंत्र और प्राचीन लघु कहानियां ज्ञान और प्रेरणा के बेहतरीन स्त्रोत हैं।