: महिला सरपंच और उसके पति के साथ मारपीट
: परिवार के लोगों की शिकायतों और मारपिटाई से तंग सलंबा गांव की महिला
सरपंच ने त्यागपत्र देने की पैशकस
: सरपंच की शिकायत पर उसके जेठ सहित कई के खिलाफ मामला दर्ज
: सरपंच का जेठ जबरजस्ती खुद सरपंची करना चहाता है
यूनुस अलवी
मेवात: नूंह जिला के गांव सलंबा की महिला सरपंच हलीमा को गांव की सरपंच बनना उसे रास नहीं आ रहा है। सरपंच का जेठ उसके अधिकार खुद लेकर सरपंची करना चहाता है। लेकिन पढी लिखी होने के नाते हलीमा ने अपना थेला (सरपंच का रिकोर्ड) अपने जेठ जाकिर पूर्व सरपंच को देने से साफ मना कर दिया जिसकी वजह से उसके सभी देवर-जेठ यहां तक की उसकी सास भी चुनावों के समय से ही नाराज चलते आ रहे हैं। सरपंच हलीमा का आरोप है कि पिछले दो साल में उसका जेठ और परिवार के लोग उसके तथा मेरे पति आबिद हुसैन के साथ करीब 10 बार मारपीट कर चुके हैं। कई झूंठे मामलों में फंसाने व आये दिन परेशान करने की नियत से आरटीआई लगा रहे हैं। नंूह के एसडीएम कार्यालय में किसी मामले का कैस चल रहा है। बृहस्पतिवार को दोनो पक्ष एसडीएम कार्यालय आऐ हुऐ थे।
हलीमा का आरोप है कि उसके जेठ आदि ने नंूह के मिनि सचिवलय पर सरेआम मारपिटाई की। बाद में डीसी के आदेश पर जाकिर सहित कई लोगों के खिलाफ मामला तो दर्ज हो गया लेकिन शुक्रवार को फिर से वे उसके एक बेटे को मोटरसाईकल से टक्ककर मारकर मारना चहाते थे। सरपंच के आरोपियों के खिलाफ
सख्त कार्रवाई करने के लिए शुक्रवार को फिर से और लिखित शिकायत दी है।
महिला सरपंच हलीमा ने बताया कि उसके जेठ जाकिर ने सरपंच का चुनाव लडने का मन बना लिया था। लेकिन घर में मेरे सिवा कोई पढा लिखा ना होने सेसे उस जेठ जाकिर ने चुनाव से डेढ महिने पहले भतीजे इब्राहीम की आगरा से शाादी की थी लेकिन उसकी वोट ना बनने के कारण उसे चुनाव नहीं लडाया जा सका।
हलीमा सरपंच के पति आबिद का कहना है कि सरपंच का पद जीतने के बाद उसका बडा भाई जाकिर जबरजस्ती पंचायत फंड में हेराफेरी करने की नियत से सरपंच का चार्ज खुद लेना चहाता है। इसी वजह से उसका भाई और परिवार उससे नाराज
हैं।
क्या कहते हैं डीसी
वहीं नूंह जिला के उपायुक्त अशोक शर्मा का कहना है कि सरपंच की शिकायत पर
आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। प्रशासन की ओर से सरपंच और
उसके परिवार को पूरा सहयोग किया जाऐगा।