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सोहना विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं जावेद अहमद
: पुलिस विभाग की हो सकती है किरकिरी
: दो गवाहों ने हलफनामा देकर कहा उन्होंने पुलिस को कभी बयान नही दिये
: आरोपी बनाये जावेद अहमद का आरोप उसे लोगो के हितों की लड़ाई लड़ना पर रहा है भारी
: पुलिस उसे रंजिश के तहत झूठे मामले में फ़साना चाहती हैं
: बसपा कार्यकर्ता तावडू में पुलिस के खिलाफ पंचायत कर दो दिन पहले रोष जता चुके है।
यूनुस अलवी

रशीद और वहीद गवाह ने बताया कि उनको तो आजतक मामले की पता नही है। आज तक न तो पुलिस उनके पास आई और न वो पोलिस के पास गए है। रशीद का कहना है कि वो ट्रक ड्राइवर है जिस दिन की घटना बताई जा रही है वो उस दिन गांव में था ही नही वही वहीद का कहना है वह किसान है उसका पोलिस वालो से कोई लेना देना नही है। उसने आज तक पुलिस को कोई बयान नही दिए। वहीद ओर रशीद का कहना है कि उनसे बिना पूछे जिन लोगो ने गवाह बनाया है उनके खिलाफ सख्त करवाई होनी चाहिये।
जावेद का कहना है कि 6 महीना पहले तावडू में एक व्यक्ति को पुलिस वालों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसके बाद पुलिस उसे अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे रफा-दफा करना चाहती थी जिसको लेकर उसने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था अभी से ही मेवात पुलिस उनके खिलाफ साजिश रच रही है और साजिश के तहत पुलिस ने मुकदमा नंबर 413 में करीब 3 महीना बाद मेरा नाम 120 बी और 212 धारा में झूठे बयानो पर नामजद कर उनके खिलाफ अदालत से वारंट निकलवाएं हैं जो सरासर गलत है। उनका कहना है कि अगर उसे इस झूठे मामले से नहीं निकाला और षड्यंत्र रचने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की तो वह कोई भी कदम उठाने को मजबूर होगा।