मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में फिर दिया विवादित बयान

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कांग्रेस नेता को है पाकिस्तान की नीति पर गर्व 

नई दिल्ली :  गुजरात चुनाव के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी को नीच कहने वाले कांग्रेस पार्टी से निलंबित नेता व पूर्व ब्यूरोक्रेट मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर पाकिस्तान में जाकर भारत के बारे में विवादित बयान दिया है। मिडिया की खबर के अनुसार भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और विवाद की चर्चा करते हुए अय्यर ने कहा कि बातचीत ही इन्हें सुलझाने का एकमात्र रास्ता है। साथ ही अपने भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि  ‘‘मुझे गर्व है कि पाक ने इस नीति को स्वीकार कर लिया है, लेकिन दुख है कि भारतीय नीति के तौर पर इसे नहीं अपनाया गया।”

श्री अय्यर ने यह बयान कराची लिटरेचर फेस्टिवल में दिया. खबर में यह दावा किया गया है कि अय्यर ने आगे कहा कि वह पाकिस्तान से उतना ही प्यार करते हैं, जितना वह भारत से करते हैं।

उल्लेखनीय है कि उक्त फेस्टिवल में 235 वक्ताओं ने अपने विचार रखे जिनमें 205 पाकिस्तान से और 30 विदेशी वक्ता थे। विदशी वक्ताओं में से एक कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर भी थे.

 दोनों देशों के बीच के विवाद की याद दिलाते हुए अय्यर ने कहा कि बातचीत ही इन्हें सुलझाने का एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि इन्हें बिना रुकावट के बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।

 कांग्रेस नेता ने कहा कि दोनों देशों के बीच इंडिया-डायरेक्टेट टेररिज्म और कश्मीर अहम मसले हैं, जिन्हें सुलझाया जाना चाहिए। अय्यर ने इस बात पर बल दिया कि भारत और पाकिस्तान को उस पॉलिसी को अपनाना चाहिए, जिसे पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के शासन में बनाया गया था।

 

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी मणिशंकर अय्यर ने 2015 में भी पाकिस्तान में दुनिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर पाकिस्तान को भारत से बाइलेट्रल बातचीत करनी है तो उसे पहले नरेंद्र मोदी सरकार को हटाना होगा और हमें (कांग्रेस को) लाना होगा। तब उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी कहा था कि मोदी को हटाए बिना दोनों देशों की बातचीत मुमकिन नहीं है।

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