नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर तीन देशों की विदेश यात्रा के लिए रवाना हो गए। अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी ,यूएई, ओमान और फिलीस्तीन जाएंगे। इस यात्रा के दौरान भारत और खाड़ी देशों के बीच व्यापार, निवेश, सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, ऊर्जा समेत कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय विषयो व दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा उन देशों के राष्ट्र प्रमुखों से होगी। विदेश रवाना होने से पहले मोदी ने कहा कि भारत के लिए खाड़ी और पश्चिम एशिया क्षेत्र मुख्य प्राथमिकता है और उनका यह दौरा इस क्षेत्र से रिश्तों को मजबूत करना है।
क्या है कार्यक्रम
फिलीस्तीन: नरेंद्र मोदी सबसे पहले फिलीस्तीन जाएंगे। 9 फरवरी को जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मोदी की मुलाकात होगी । 10 फरवरी को पीएम रामल्ला जाएंगे, जहां वे यासर अराफात म्यूजियम का भी दौरा करेंगे। इसके बाद मोदी का फिलिस्तीनी के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मिलेंगे। जानकारी मिली है कि रामल्ला की यात्रा के दौरान भारत और फिलिस्तीन के बीच पांच-छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
यूएई: फिलीस्तीन के बाद पीएम यूएई जाएंगे और यहां दो दिन रहेंगे। मोदी यहां दुबई में छठे वल्र्ड गवर्नमेंट शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। पीएम इससे पहले यहां अगस्त, 2015 में गए थे। 11 फरवरी को वे यूएई के शहीद सैनिकों के स्मारक जाएंगे। वह एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। उनका एक हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है। मोदी की पिछली यात्रा के दौरान ही वहां एक मंदिर स्थापित करने का विषय आया था और वहां के शासक ने इस पर ध्यान देने की बात कही थी, अब इसकी आधारशिला रखी जाएगी। मोदी की बातचीत अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान के साथ भी होगी।
ओमान: यूएई के दो दिन के प्रवास के बाद पीएम मोदी 11 फरवरी को ओमान पहुंचेंगे। मोदी 12 फरवरी को ओमान के सीईओ के समूह के साथ बैठक करेंगे। पीएम मोदी यहां शिव मंदिर भी जाएंगे। प्रधानमंत्री वहां के दो उप प्रधानमंत्रियों के साथ भी बैठक करेंगे।