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: पुलिस ने अल्ट्रासाउंड कराकर तीन महिने पर तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था
: फैंसले का पीडित परिवार पर दवाब बनाने की नीयत से दो मुकदमा दर्ज हो चुके हैं
: लडकी तब बिमार हुई तो तीन महिना बाद गर्भवति होने के बारे में पता चला
: पूरे खानदान को खत्म करने की धमकी से पीडित लडकी ने घटना को छुपाए रखा
यूनुस अलवी
मेवात : नाबालिग लडकी को गर्भवति करने के आरोपी तीन महिने से पुलिस की पकड से बहार लेकिन पीडित का आरोपी है पुलिस पकड ही नहीं रही है। पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर रखी है। आरोपियों के खिलाफ जब ये मुकदमा दर्ज हुआ है तब से किसी आरोपी को तो नहीं पकडा लेकिन पीडित लडकी के पिता के खिलाफ दो अधिक मामले दर्ज कर दिए। पीडित तो अपने मामलो में जमानत करा कर आरोपयिों कि गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है लेकिन उसकी बेटी को गर्भवति बनाने के आरोपी खुले आम घूम रहे हैं। पीडित परिवार पर फैंसला का दवाब बनाने के लिए झूंठे मुकदमें दर्ज कराऐ जा रहे हैं। फैंसला ना करने पर और भी मामले दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है।
पुन्हाना खंड के एक गांव निवासी पीडित ने बताया कि करीब तीन महिने पहले उसकी करीब 17 साल की बेटी की तैबियत खराब हो गई थी। जब उसे पुन्हाना के एक निजि अस्पताल में दिखाया तो डाक्टरों ने बताया कि उसकी बेटी तीन-चार महिने की गर्भवति है। इतना सुनते ही उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। उसने बेटी से बात की तो बताया वह आटा 7 जुलाई 2017 को उसकी बेटी घर पर ही थी। गांव की सलमा पत्नि हसीन उसकी बेटी के पास आकर बोली के घर पर कोई नहीं हैं उसे गेंहू बिसवाने का कटटा उठवाना है तो पीडित लडकी उसके झांसे में आकर उसके साथ चली गई जहां पर पहले से ही गांव पैमाखेडा निवासी तसलीम पुत्र शहीद और हसीन पुत्र मसूद घर में मौजूद थे। जिन्होने देशी कटटा की नोंक पर उसकी बेटी के साथ जबरजस्ती गलत काम किया था। पीडित को धमकी दी अगर इसके बारे में किसी को बताया तो पूरे खानदान को खत्म कर दिया जाऐगा। पीडित पिता का कहना है कि आरोपी दबंग हैं और झगडालू किस्म के हैं इसी वजह से उसकी बेटी डर गई और उसने कुछ नहीं बताया।
पीडित का कहना है कि उन्होने इसकी एएसपी मेवात को लिखित शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने लडकी का अल्ट्रासाउंड कराने के बाद दिनांक 9 नवंबर 2017 को सलमा, तसलीम और हसीन के खिलाफ मुकदमा नंबर 146 दर्ज तो कर लिया लेकिन अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पीडित का कहना है कि आरोपियों ने पुलिस के साथ सांठगांठ कर रखी है जिसकी वजह से 12 नवंबर और 25 दिसंबर को मारपीट और लूट के झूंठे मुकदमें दर्ज करा दिए। पीडित का कहना है कि जब से उसने मुकदमा दर्ज कराया है तभी से आरोपी उसे फैँसला के लिए दवाब बना रहे हैं। जब उसने फैंसला करने से मना कर दिया तो पुलिस के सहयोग से झूंठे मुकदमे दर्ज कराऐ जा रहे हैं जिससे में वह घबराकर फैंसला कर ले या फिर अपने मामले की पैरवी ही ना कर सके।
क्या कहती हैं महिला थाना प्रभारी
महिला थाना प्रभारी मुनिया देवी का कहना है कि आरोपी गांव के भागे हुऐ हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए कई बार दबिश दी गई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाऐगा।