‘शहीदों ने लौ जगाई जो’ नाटक के मंचन से शहीदों को दी श्रद्धांजलि

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–    नगर निगम एवं संस्कार भाारती द्वारा नाट्यशास्त्र के रचयिता भरतमुनि की 

     जयन्ती के उपलक्ष्य में किया गया कार्यक्रम

–    शनिवार, 10 फरवरी को एनएसडी के कलाकार हास्य नाटक ‘पोस्टर ब्वाय

     मौलाना’ का करेंगे मंचन

–    सैक्टर-4 स्थित बाल भवन में होगा कार्यक्रम

‘शहीदों ने लौ जगाई जो’ नाटक के मंचन से शहीदों को दी श्रद्धांजलि 2गुरूग्राम, 4 फरवरी। नाट्यशास्त्र के रचयिता भरतमुनि की जयन्ती के उपलक्ष्य में नगर निगम गुरूग्राम एवं संस्कार भारती गुरूग्राम के संयुक्त तत्वावधान में क्रांतिकारी नाटक ‘शहीदों ने लौ जगाई जो’ का मंचन किया गया। शनिवार, 10 फरवरी को हास्य नाटक ‘पोस्टर ब्वाय मौलाना’ का मंचन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की टीम द्वारा किया जाएगा, जिसके निर्देशक एनएसडी के रैपिटरी चीफ सुरेश शर्मा हैं।
    सैक्टर-4 स्थित बाल भवन के मंच पर मंचित होने वाले इस नाटक के लेखक उर्मिल थपलियाल हैं, जबकि इसका निर्देशन रेवाड़ी निवासी विजय भाटोटिया द्वारा किया गया है। नाटक के माध्यम से कलाकारों ने आजादी आंदोलन के उन जाने-अनजाने शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए, जिन्होंने भारत माता को गुलामी की बेडिय़ों से आजाद करवाने के लिए अनेकों यातनाएं सही तथा अंत में अपने प्राणों को देश के लिए न्यौछावर कर दिया। कलाकारों ने जेलों में बंद उन क्रांतिकारी वीरों की गाथा प्रस्तुत की, जिन्हें यह पहले से पता था कि उन्हें एक दिन फांसी होनी है या अंग्रेजी हुकुमत की गोलियों का शिकार होना है, लेकिन सबकुछ पता होने के बावजूद भी उनके चेहरे पर डर नहीं था, बल्कि उनका रोम-रोम वन्दे मातरम और भारत माता के जयकारे लगा रहा था। हालांकि अंग्रेजी हुकुमत ने उन वीरों को तोडऩे की कोशिश की तथा यह कहा कि अगर वे माफी मांग लें तो उनकी जान बख्शी जा सकती है, लेकिन उन वीरों ने शहादत को कबूल किया और सन 1947 में ऐसे वीरों की बदौलत भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्ति मिली। 
    इस मौके पर हरियाणा कला परिषद के निदेशक रहे अजय सिंघल, रिटायर्ड कर्नल संदीप यादव व कर्नल जे के सिंह, रंगकर्मी मोहन कांत, बुलंद आवाज एनजीओ से कुलदीप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने नाट्यशास्त्र के रचयिता भरतुनि को पुष्प अर्पित किए। अपने संबोधन में श्री सिंघल ने कहा कि भरतमुनि ने हजारों वर्ष पूर्व नाट्यशास्त्र की रचना कर दी थी, लेकिन आज जब भी नाटक की बात होती है तो लोग सेक्सपीयर सहित अन्य नाट्यकारों का नाम तो लेते हैं, लेकिन भरतमुनि को भूलते जा रहे हैं। आज जरूरत है युवा पीढ़ी को अपनी कला और संस्कृति के बारे में जानकारी देने की। ऐसे में नगर निगम गुरूग्राम द्वारा प्रत्येक शनिवार को आयोजित किए जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम कला और संस्कृति से रूबरू करवाने का बेहतर माध्यम हैं। इसके लिए उन्होंने नगर निगम आयुक्त वी उमाशंकर एवं उनकी टीम की सराहना की।
    नाटक में डा. अंकुर खेर, विनय सैनी, योगी फलसवाल, कशिश बत्रा, तनुजा, पंकज मेंहदीरत्ता, मयंक सैनी, सन्नी जैन, विक्रांत सैनी, आर्यन गौड़, हिमांशु गुप्ता व शुभम गुप्ता ने अभिनय किया, जबकि मंच का सफल संचालन शिक्षाविद अर्जुन वशिष्ठ द्वारा किया गया। मेकअप की जिम्मेदारी अनिल और राहुल ने संभाली। कार्यक्रम में विशेष रूप से अजय सिंघल, कर्नल संदीप यादव, कर्नल जे के सिंह, संस्कार भारती से यशवंत सिंह शेखावत, फिल्म एवं टीवी कलाकार मोहन कांत, रंगकर्मी हर्ष कुमार, बुलंद आवाज से कुलदीप सिंह, गायक अनिल जेटली व चन्द्रशेखर, शिक्षाविद अर्जुन वशिष्ठ, रविन्द्र तंवर, प्रदीप वशिष्ठ, सीमा शर्मा, ज्योत्सना यादव, गणपत सिंह राठौर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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