बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी ना होने से पीडित बाप दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर

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: पुलिस से इंसाफ ना मिलता देख सीएम विंडो में लगाई शिकायत

यूनुस अलवी

 
मेवात:  बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी ना होने से पिता पिछले डेढ साल से पुलिस विभाग के अधिकारियों के चक्कर काट रहा है पर कोई भी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। पुलिस वाले पीडित की समस्या का समाधान करने की बजाऐ थाने से धमकाकर भगा देते हैं। आखिरकार पीडत ने इसकी शिकायत सीएम तक पहुंचाने के लिए सीएम विंडो का सहारा लिया है।
 
   मेवात के फिरोजपु झिरका खंड के गांव रवा निवासी रशीद पुत्र छोटल्ली कई सालों से राजस्थान के अलवर जिला के गांव बहाला में बच्चों के साथ रहता है। उसका एक बेटा मौसम खां जो अपनी बोलेरो कार को टेक्सी में चलाता था। रशीद ने बताया कि बहाला गांव के कुछ लोगों से उनकी रंजिश चल रही थी। दिनांक 30 अगस्त 2016 को गांव बहाला निवासी नसरू, रज्जू, हाकम, सुभान और गांव राईसीका निवासी पप्पू वह सुभान पुत्र भूरेखां अलवर से गोठडा किशनगढ में अपनी रिश्तेदारी की कहकर मौसम का किराये पर कार को करके ले गऐ थे। दूसरे दिन उनको सूचना मिली की मौसम की किसी ने गोली मारकर हत्या कर उसका शव बावल के जंगल में पटक दिया है जबकि बोलेरो कार शव से करीब 60 किलोमीटर आगे झज्जर के नजदीक विरान जगह खडी मिली।
 
  मृतक मौसम के पिता रशीद का आरोप है कि उसको पूरा शक है कि उसके बेटे को गांव बहाला निवासी नसरू, रज्जू, हाकम, सुभान और गांव राईसीका निवासी पप्पू वह सुभान पुत्र भूरेखां अलवर ने रंजिश के चलते मारा है। राशिद ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुऐ आरोप लगाया कि उसके बेटें के हत्यारों को पुलिस जानबूझ की बचा रही है। जबकि पुलिस के सामने इसकी पूर सच्चाई आ चुकी है। उनका कहना है कि मृतक मौसम का शव बावल में और कार झज्जर में मिलती है। अगर लूटेरे कार को ले जाते तो बावल और झज्जर के बीच में पडने वाले टूल पर क्यों जाते जहां उसी दिन की कार की टूल पर्ची कटी हुई है। फिर लुटेरे कार को अपने साथ क्यो नहीं ले गऐ। उसके बेटे के लाईसैंस, आदि आईडी का बटुआ 6 महिने बाद कार से थोडी दूर सडक के बीचों बीच कैसे मिल गया। 
 
  राशिद का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों के साथ सांठ-गांठ कर उनको बचा रही है। पीडित का कहना है कि उसने इंसाफ की उम्मीद में सीएम के पास अपनी दरखास्त भेजी है।
 
 वहीं रेवाडी पुलिस के पीआरओ दीन दयाल ने बताया कि मामले ही जांच एसआईटी को सौंपी हुई है। जांच की जा रही है। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाऐगा
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