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: आजादी का झंडा फहराने से बेटियों की होंसला अफजाई और उनमें आत्मविश्वास पैदा होता है
यूनुस अलवी
मेवात : प्रदेश की सबसे पढी लिखी लडकियों को गांव के स्कूल में झण्डा फेहराने का जो मौका मौजूदा सरकार ने दिया है वह एक सराहनीय कदम है। इससे बेटियों की होंसला अफजाई होती है और लडकियों में एक आत्मविश्वास पैदा होता है। उक्त बातें जिला परिषद् एंव सहेली संस्था की जिला अध्यक्ष मदीना बेगम ने गांव शाह चौखा के गलर््स मिडिल स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए लोगों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने देश की आजादी में जहां महात्मा गांधी जवाहर लाल नेहरू जैसे महापुरूषों ने लडाई लडी वहीं सराजनी नायडू जैसी महिलाओं ने भी देश की आजादी में कंधे से कंध मिलाकर साथ दिया।
उन्होने कहा कि देश का संविधान सभी धर्मो को बराबरी का हक देता है, भारत एक सेकेलर देश है। संविधान के जरिये ही आज हमे अपनी बात कहने और धरना प्रदर्शन करने का हक मिला है।
उन्होने कहा आज मेवात शिक्षा के स्तर पर काफी पिछड़ा हुआ है। बेटियों की शिक्षा को लेकर अभिभावक कतई गंभीर नही है,लेकिन जब तक हम अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर गंभीर नही होंगे तब तक उनका संपूर्ण विकास नही हो सकता। आज देश की बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नही है,यहां तक की आज मेवात की बेटी फौज में रहकर भी अपनी शहादत दे रही है।
इस अवसर पर स्कूल के मुख्य अध्यापक सुबेदार खान,मास्टर महेन्द्र कुमार,सहेली की पुन्हाना अध्यक्ष रूकं ईयां खान,बिल्किश खान ने भी लोगों को संबोधित किया।