ग्रामीणों से सामाजिक उत्थान के विषयों को लेकर तबादला-ए-खयाल किया
समाज सेवी इस्माइल ने कहा , आज की शिक्षा कंप्यूटर के विना अधूरी
सामाजिक विषयों को लेकर पिछले 10 वर्षों से क्षेत्र में सक्रीय हैं इस्माइल
कामां विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने किया जोरदार स्वागत
कामां (भरतपुर ) : समाजसेवी मोहम्मद इस्माइल (काटपुरी) ने सामाजिक जागरूकता अभियान के तहत रविवार को जिला भरतपुर के कामां विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव का दौरा किया। शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने क्षेत्र के गांव- धिमरी, पाहाडी, कामा, लाडलाका, भांडियारा , झोपड़ी, शीसन, एखनका, सामरेल जैसे प्रमुख गांवों में अलग-अलग समाज के लोगों को संबोधित करते हुए आर्थिक उत्थान के प्रति सजग होने का आह्वान किया। इस मौके पर चौधरी मौलाना उस्मान खान उटावर, मौलाना खलील अहमद, मौलाना हारून साहब , इब्बार, कमाल, वहीद, मजलिश व क्षेत्र के अन्य मोज़िज़ चौधरी साहिबान मजूद रहे और लोगो ने उन्हें प्यार से नवाजा।
कामां विधान सभा के ग्रामीण शनिवार को अपने बीच प्रमुख समाज सेवी मोहम्मद इस्माइल (काटपुरी) को पाकर बेहद खुश थे. लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि जिस व्यक्ति का नाम वे काफी पहले से सुनते आ रहे थे वे आज उनके मुखातिव थे और सामाजिक उत्थान के विषयों को लेकर उनसे तबादला-ए-खयाल करने पहुंचे थे. बताया जाता है कि मोहम्मद इस्माइल (काटपुरी) विभिन्न सामाजिक विषयों को लेकर पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से इस क्षेत्र में सक्रीय हैं. इसलिए सामाजिक दृष्टि से कामां में इनका बेहद मजबूत नेटवर्क माना जाता है. हर वर्ष एक नए विषय के साथ क्षेत्र का दौरा करते हैं और ख़ास कर युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं.
इसी मुहीम के तहत उन्होंने अपनी टीम के साथ शनिवार को सबसे पहले क्षेत्र के गाँव धिमरी का दौरा का किया. यहाँ लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. मोहम्मद इस्माइल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसे पहलु हैं जो किसी भी समाज के लिए अति आवश्यक है. इसके विना आप न तो अपना विकास कर सकते हैं और न ही समाज या क्षेत्र का. हमें सजग होने की जरूरत है. दुनिया आज शिक्षा के आधुनिक तकनीक का उपयोग कर आगे जा रही है. हम अगर अपना व्यवसाय भी आगे बढाना चाहते हैं तो तब भी हमें शिक्षित होने की जरूरत है और प्रत्येक प्रकार के व्यवसाय केर लिए अलग अलग परकार की पढ़ाई है. मोहम्मद इस्माइल ने जोर देते हुए कहा कि अगर कोई किसानी ही करना चाहता है तो उसमें भी आपको तभी कामयावी मिलेगी जब आप उस जागरूक और शिक्षित हों. क्योंकि आज कृषि के क्षेत्र में भी बहुत तेज गति से बदलाव आ रहे हैं साथ ही इस क्षेत्र में रोज नए रिसर्च हो रहे हैं. अगर आपको इसका फायदा उठाना है तो शिक्षा जरूरी है. ग्रामीणों ने बड़े ध्यान से उनकी बातें सुनीं और इस पर अमल करने का वायदा किया.
इसी तरह मोहम्मद इस्माइल ने पाहाडी और कामा में कई स्थानों पर क्षेत्र के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने लोगों के सामने विभिन्न क्षेत्रों में देश और दुनिया में हो रहे बदलाव की विस्तार से चर्चा की. लोगों से उनके बच्चों की शिक्षा दीक्षा के बारे में जाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा कंप्यूटर के विना अधूरी है. इसलिए सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को कंप्यूटर की ट्रेनिंग अवश्य दिलानी चाहिए. उन्होंने उदाहरन देकर समझाया की अब किसी दूकान में भी अगर नौकरी करीं है तो वहाँ पहली शर्त होतो है कंप्यूटर ट्रेंड होना. अगर यह हुनर आपमें नहीं है तो नौकरी का अवसर हाथ से चला जाता है. उन्होंने लोगों को बताया कि आज बैंक में बड़े पैमाने पर वेकेंसी निकलती है और इसमें नौकरी पाने के लिए भी बच्चों को कंप्यूटर ट्रेंड होना जरूरी है. इसी प्रकार अगर कोई रेलवे की नौकरी करना चाहता है तो उसे भी कंप्यूटर सीखना चाहिए जबकि केंद्रसरकार व राजस्थान सरकार की नौकरी के लिए भी यह हुनर होना जरूरी है.
समाजसेवी मोहम्मद इस्माइल (काटपुरी) के नेतृत्व में उनकी टीम ने आज लाडलाका, भांडियारा , झोपड़ी, शीसन, एखनका व सामरेल गाँव का भी दौरा किया और वहाँ के लोगों से भी मुखातिव हुए. ग्रामीणों का हाल चाल जानने के बाद उन्होंने इलाके में स्कूल व कालेज की स्थिति के बारे में पूछा. हालाँकि लोग इस सवाल पर मायूस थे क्योंकि क्षेत्र में शिक्षा के विकास पर कम ध्यान दिया गया है. यहाँ उच्चतर शिक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसके कारन यहाँ के बच्चे आगे नहीं बढ़ पाते हैं. इस पर मोहम्मद इस्माइल ने उन्हें बताया कि शिक्षा आज किसी भी नागरिक का मौलिक अधिकार है. इसे प्राप्त करना हमारा हक़ है और इसकी सुविधा के लिए हमें सरकार के समक्ष अपनी मांग नियमानुसार रखनी चाहिए. शिक्षा किसी भी समाज की रीढ़ है. दुनिया में प्रतिस्पर्धा इतनी अधिक हो गयी है हम इसके विना पिछड़ रहे हैं. हमें इस स्थिति से बहार निकलने की जुगत करनी होगी. इसके लिए हमने जागरूक होना होगा.
उन्होने इस बात पर बल दिया कि हमारा आर्थिक उत्थान तभी होगा जब हम अपने अधिकारों को हासिल करना सीखेंगे और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने की कसमें खायेंगे. हमारा समाज व क्षेत्र तभी आगे बढेगा जब क्षेत्र का एक एक बच्चा शिक्षित बनेगा. उन्होने लोगों का आह्वान किया कि समाज के प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति को कम से कम दो लोगों को शिक्षित करने का बीड़ा उठान चाहिए तभी हम विकास की और अग्रसर होंगे.
ग्रामीणों ने मोहम्मद इस्माइल का उनके गाँव आने और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आभार जताया और उनके बताये हुए नक्सा – ए -कदम पर चलने का वायदा किया .