फाइनेंसर प्रीतम सिंह ने लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर की आत्महत्या

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रोहतक {विकास ओह्ल्याण }डीएलएफ कॉलोनी में फाइनेंसर प्रीतम सिंह ने खुद की लाइसेंस रिवाल्वर से कनपटी की गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार रात करीब एक बजे की है। घटना से कुछ समय पहले ही फाइनेंसर अपने छोटे भाई के साथ कमरे में बैठकर खाना खा कर रहा था। प्रीतम सिंह का छोटा भाई बहादुर सिंह ऑटो चालक है। बहादुर सिंह खाना खाने के बाद अपने ऑटो को लॉक करने के लिए नीचे गया तो प्रीतम सिंह ने गोली मार ली। घटना के वक्त परिवार के दूसरे सदस्य अपने-अपने कमरों में सो रहे थे। पुलिस ने प्रीतम सिंह के बेटे परमजीत के बयान पर एक शख्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

डीएलएफ कालोनी निवासी परमजीत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पिता प्रीतम सिंह फाइनेंस प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था। उनका दफ्तर के ऊपर ही मकान है। उसकी मां की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। एक वर्ष पहले उसके पिता ने अशोक कुमार निवासी दुर्गा कालोनी को 64 लाख रुपए कमीशन पर दिए थे। जिनमें से लगभग आधे रुपए हमारे पास वापिस चुके थे और करीब 32 लाख रुपए अभी बकाया थे।

परमजीत का आरोप है कि अशोक कुमार ने उसके पिता को बकाया रुपए नहीं दिए, इसी परेशानी के चलते उसके पिता ने सोमवार रात करीब एक बजे अपनी लाइसेंस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मार कर आत्महत्या कर ली है। रात को गोली चलने की आवाज सुनने के बाद उनकी नींद खुली। जब और उसका चाचा बाहर आए तो उसके पिता की मौत हा़े चुकी थी। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के हवाले कर दिया है।

पुलिस के अनुसार प्रीतम सिंह ने जिस पिस्तौल से खुद को गोली मारी है वो उसका लाइसेंस उसने 10 साल पहले बनवाया था।

प्रीतम सिंह के भाई बहादुर सिंह ने बताया कि वह और उसका भाई प्रीतम सिंह रात को इकट्ठे बैठे हुए थे। दोनों में परिवार को लेकर काफी देर बातचीत होती रही। इस दौरान प्रीतम ने अपने उधार दिए रुपए वापस नहीं मिलने पर उसे अपनी परेशानी भी बताई। उन्होंने बताया कि रात करीब एक बजे वो वह नीचे गली में खड़े अपने ऑटो के लॉक करने के लिए गया था। जब वह ऑटो तक पहुंचा ही थी, इतनी देर में उसे गोली चलने की आवाज सुनाई दी। वो दौड़ कर प्रीतम सिंह के कमरे में पहुंचा तो वो खून से लथपथ पड़ा था। भतीजा परमजीत भी वहीं पहुंच गया था। दोनों भाई को अन्य परिजनों की मदद से पीजीआई लेकर गए तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस इन दो कारणों से मान रही सुसाइड
जिस रिवाल्वर से गोली चली में उसमें 5 राउंड रिवाल्वर में ही मिले। दूसरा प्रीतम सिंह के हाथ पर भी गन पाउडर लगा हुआ मिला है।

आर्य नगर थाना प्रभारी एसआई नरेश कुमार ने बताया कि मृतक के बेटे के बयान पर अशोक कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के हवाले कर दिया है। जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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