जद्दोजहद के बाद हिमाचल की कुर्सी जयराम ठाकुर को मिली !

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शिमला। अंततः भाजपा ने जयराम ठाकुर को हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चुन लिया.  बीजेपी विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया।  जयराम ठाकुर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया। हिमाचल के पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर ने ऐलान किया कि जयराम ठाकुर ही हिमाचल में मुख्यमंत्री होंगे।

इस बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य के पार्टी प्रभारी मंगल पांडे सहित कई बड़े नेता मौजूद थे। हालांकि, पहले खबरें आ रही थी कि जेपी नड्डा को हिमाचल का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन, बीजेपी ने पांच बार विधायक रहे जयराम ठाकुर पर विश्वास जताया और उन्हें हिमाचल अगला मुख्यमंत्री घोषित किया।

जयराम ठाकुर सेराज विधानसभा सीट से कांग्रेस के चेतराम को हराकर विधायक चुने गए हैं। इससे पहले प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष के तौर पर भी कमान संभाल चुके हैं। श्री ठाकुर लगातार 5 बार से विधायक हैं। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने कहा, मैं केंद्रीय नेतृत्व का शुक्रिया अदा करता हूं। इसके अलावा प्रेम कुमार धूमल जिन्होंने मेरा नाम आगे रखा और जेपी नड्डा व शांता कुमार जिन्होंने मेरे नाम पर अपना समर्थन दिया, सबका आभार।

उल्लेखनीय है कि जयराम ठाकुर राज्य के 13वें मुख्यमंत्री होंगे। वे साल 1998 में पहली बार विधायक बने थे। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने विधायकों और राज्य की जनता के प्रति आभार जताया। राज्य विधानसभा चुनाव में प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद से जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे चल रहे थे। इस रेस में केंदीय मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल थे।

हालांकि जयराम ठाकुर को सीएम पद का दावेदार माना जा रहा था लेकिन पार्टी के अंदर उनके नाम की सहमति बनती नहीं दिखाई दे रही थी। जल्द ही जयराम ठाकुर राज्यपाल से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

जयराम ठाकुर 27 दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे। जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वह धूमल सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रह चुके हैं। वह मंडी से विधानसभा के लिए चुने गए हैं। जयराम ठाकुर ने अपना पहला चुनाव 1998 में जीता था। ठाकुर का जन्म 6 जनवरी 1965 को मंडी जिले के टांडी में हुआ। इनकी पत्नी का नाम डॉ. साधना ठाकुर है।

उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की। वे ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान एबीवीपी से जुड़े। 1986 में एबीवीपी के प्रदेश संयुक्त सचिव बने। 1989-93 में जम्मू-कश्मीर एबीवीपी के संगठन सचिव रहे। 1993-95 तक भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव रहे। 2006-09 तक हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे। पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनका पद गैर-विवादास्पद और स्वीकार्य माना जाता है।

जयराम ठाकुर पहली बार 1998 विधानसभा के लिए चुने गए। 2003 और 2007 तक चचोई विधानसभा से चुने गए। बाद में इस क्षेत्र का परिसीमन किया गया और नाम बदल दिया गया। लगातार चौथी बार 2012 में विधानसभा के सदस्य चुने गए। जयराम ठाकुर 5 बार से विधायक हैं। वह मंडी विधानसभा से चुनाव जीतते रहे हैं। जयराम ठाकुर को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के चुनाव हारने के बाद से ही मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था।

52 साल के ठाकुर हिमाचल में बीजेपी की पूर्व सरकार में मंत्री रह चुके हैं। संगठन से लेकर आम जनता तक इनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है। जयराम ने चुनाव जीतने के तुंरत बाद कहा था कि सीएम पद को लेकर पार्टी अगर उन्हें जिम्मेदारी देगी तो वह उसे निभाने के लिए तैयार हैं।

 

 

 

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