Font Size
फतह सिंह उजाला का बेटा केयू में बीएफए का छात्र
इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाली चार टीमें ही थी
गुरुग्राम । जब मुकाबला संक्षिप्त फिल्म के माध्यम के द्वारा अपने विचारों से जागृति लाने सहित हक के संदेश देने का हो और उसमें में केवल एक ही पुरस्कार वह भी सर्वश्रेष्ठ रहने का हो, एेसी कामयाबी सहित सफलता छात्र को निश्चित ही उत्साह वर्धन करती है।
गुरुग्राम में राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के पत्रकार फतह सिंह उजाला के बेटे भरत ने कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में जो कि बीएफए (बैचलर ऑफ फाइन आर्ट )का तीसरे वर्ष का छात्र है, ने मैनेजमैंट इंस्टीटयूट के द्वारा आयोजित डाक्यूमेंटरी फिल्म प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया है। डाक्यूमेंटरी फिल्म की थीम किसी भी एक प्रोडेक्ट पर आधारित थी। इस प्रतियोगिता की एक और सबसे बड़ी बात यह थी कि, इसमें प्रतिभागी टीमों में से केवल एक ही विजेता अथवा सर्वश्रेष्ठ डाक्यूमेंटरी का चयन किया जाना था। एक टीम में दो से चार छात्र शामिल हो सकते थे।
प्रतिभागियों को केवल दो मिनट की डाक्यूमेंटरी फिल्म बनानी थी और इसमें जो वह चाहते अथवा सोचते थे, वहीं संदेश भी फिल्म के द्वारा देना था। पत्रकार फतह सिंह उजाला के बेटे भरत व उसके सहपाठी विपुल के द्वारा बनाई गई दो मिनट की डाक्यूमेंटरी फिल्म को आयोजक मैनेंजमेंट के निर्णायक मंडल के द्वारा सर्वश्रेष्ठ चुना गया है। इस संक्षिप्त फिल्म में दोनों छात्रों के द्वारा क्रमश: तीन संदेश, लिखो हक के लिए, बेटी पढ़ाओ और शिक्षा के लिए बिजली की मांग-को शामिल किया गया है। इस डाक्यूमेंटरी में यह भी बताया गया कि मानवीय सवेंदना, जिम्मेदारी और भरोसा तीनों का जीवन में बहुत महत्व है। डाक्यूमेंटरी में अभिनय भी स्वयं पत्रकार के बेटे भरत के द्वारा ही किया गया है।
प्रतियोगिता के आयोजकों के द्वारा सर्वश्रेष्ट डाक्यूमेंटरी फिल्म बनाने पर बीएफए तीसरे वर्ष के छात्रों भरत और विपुल को ट्राफी, सर्टिफिकेट सहित गिफ्ट हैंपर प्रदान करते प्रोत्साहित किया गया है।