पनामा के बाद अब पैराडाइज पेपर्स बम, अमिताभ व जयंत सहित 714 भारतीयों के नाम

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सूचि में 180 देशों के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के नाम शामिल

अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त के पुराने नाम नाम दिलनशीं का भी जिक्र

बीजेपी के राज्यसभा सांसद और कारोबारी आरके सिन्हा की कंपनी का नाम

नई दिल्ली। भारतीय राजनीति से पनामा पेपर्स का भूत अभी तक उतरा भी नहीं था कि एक अखबार ने ब्लैक मनी को लेकर एक और बम फोड़ दिया है। मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जर्मनी के अखबार जीटॉयचे साइटुंग ( jayche siat ung newspaper germany) ने दुनिया के 96 मीडिया संस्थानों के संयुक्त प्रयास से इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स ने पैराडाइज पेपर्स नामक दस्तावेजों की छानबीन करने का दावा किया है। खबर में यह कहा गया है कि पैराडाइज पेपर्स में उन सभी फर्जी संस्थानों व कंपनियों की सूचि जारी की है . इस सूचि में दुनिया के उन अमीर और राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोंगों के नाम हैं जिनके पैसे विदेश में हैं। दावा किया गया है कि इसमें 1.34 करोड दस्तावेज हैं।

ख़ास बात यह है कि इस पैराडाइज पेपर्स में भी कई बड़े भारतीय राजनेताओं, अभिनेताओं और कारोबारियों के नाम होने का दावा किया गया है। इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स की रिपोर्ट के हवाले से इस सूचि  में 714 भारतीयों के नाम शामिल होने की बात की गयी है।

जारी की गयी इस सूचि में 180 देशों के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के नाम शामिल हैं। सूचि में 19वें नंबर पर भारत का नाम दर्ज है जिसमें देश के प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन और केन्द्र सरकार में विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा का नाम भी शामिल होने के दावे से भारतीय राजनीति में एक बार फिर खलबली मचने के प्रबल आसार हैं। यहाँ तक कहा जा रहा है कि बरमूडा में एक कंपनी में अमिताभ बच्चन के शेयर होने का भी खुलासा किया गया गया है। दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का नाम ओमिड्यार नेटवर्क में साझेदारी होने को लेकर शामिल गया है।

इसके अलावा बीजेपी के राज्यसभा सांसद और कारोबारी आरके सिन्हा की कंपनी एसआईएस सिक्यॉरिटीज का नाम भी सामने आया है। पैराडाइज पेपर्स लीक में अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त के पुराने नाम नाम दिलनशीं का भी जिक्र है।

पैराडाइज पेपर्स में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अरबपति कॉमर्स सेक्रटरी विलबर रॉस और रूस के बीच संबंध, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो के चीफ फंडरेज़र के खुफिया लेनदेन, ट्विटर और फेसबुक में रूसी कंपनियों के निवेश, इंग्लैंड की रानी क्वीन एलिज़ाबेथ- 2 का मेडिकल और कंज्यूमर लोन कंपनियों में निवेश जैसी बातें भी सामने आई हैं। अखबार के दावा है कि यह बस शुरुआती खुलासा है और अभी ऐसे 40 से ज्यादा बड़े खुलासे और किए किए जाएंगे। 

कहा जा रहा है कि पैराडाइज पेपर्स में अधिकतर  दस्तावेज बरमूडा की एक लॉ फर्म ऐपलबाय से सम्बंधित हैं। यह 119 साल पुरानी फर्म है जिसमें  बड़ी संख्या में सीए, वकील, बैंकर्स और अन्य प्रोफेसनल्स जुड़े हुए हैं।

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