4 अक्तूबर से 7 अक्तूबर मौसम खुश्क रहने के आसार

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चण्डीगढ, 3 अक्तूबर ;  हरियाणा में 4 अक्तूबर से 7 अक्तूबर, 2017 तक के संभावित मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा रात्रि तापमान में हल्की गिरावट रहने की संभावना है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा रात्रि तापमान में हल्की गिरावट रहने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 32.0 से 35.0 डिग्री सेल्सियस के मध्य और न्यूनतम तापमान 20.0 से 24.0 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहने की संभावना है। हवा में 40 से 70 प्रतिशत आद्रता रहने की सम्भावना है। इसके अलावा 6 से 8 किलोमीटर प्रति घण्टा के मध्य हवाएं चलने की संभावना है। 
संभावित मौसम को देखते हुए प्रवक्ता ने किसान भाईयों को सलाह दी है कि वे खेतों को अच्छी तरह से जुताई कर चने के लिए खेत तैयार करें और प्रमाणिक किस्मों के बीज खरीदें। तापमान की गिरावट को ध्यान में रखते हुए सरसों की बिजाई शुरू करें। उन्होंने बताया कि अगेती रबी फसलों की तैयारी के लिए खेत की जुताई करने के तुरंत बाद सुहागा अवश्य लगाएं ताकि मिट्टïी से नमी का संचित रह पाए। 
खुश्क मौसम की संभावना को देखते हुए प्रवक्ता ने किसान भाईयों को सलाह दी है कि उचित नमी होन पर सरसों की बिजाई उन्नत किस्मों आर.एच. 30, आर.एच. 0749, वरूणा और लक्ष्मी के बीजों को कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर बिजाई करें। 
प्रवक्ता ने बताया कि खुश्क मौसम की संभावना को देखते हुए कपास व नरमा की फसल की चुगाई जल्दी से जल्दी पूरी करें। मौसम खुश्क रहने के कारण नरमा कपास की फसल में नरमा/कपास में माइरोथिसियम पत्ताछेदक धब्बारोग या जीवणुज अंगमारी तथा टिंडागलन रोग का प्रकोप हो सकता है। इसके नियन्त्रण के लिए 6 से 8 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लीन तथा 800 ग्राम कॉपरआक्सीक्लोराईड को 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिडक़े। 
उन्होंने बताया कि धान नेक ब्लास्ट की संभाावना को देखते हुए 120 बीम/सीविक या 200 ग्राम कार्बेजिन्क 50 डब्ल्यू पी 200 लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें। खुश्क मौसम की संभावना को देखते हुए किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि पछेती धान की फसलों में आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें। 
अगले तीन दिनों तक खुश्क मौसम की संभावना को देखते हुए कटाई के लिए तैयार बाजरा व ग्वार की फसल की कटाई व कढ़ाई करें। 
मध्य अक्तूबर से हरे चारे के लिए जई की बिजाई के लिए खेत तैयार करे व सिफारिश की गई किस्मों के बीजों का प्रबन्ध करें। 
पशु देखभाल के संबंध में उन्होंने बताया कि पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य व दूध उत्पादन के लिए 50 ग्राम नमक तथा 50 से 100 ग्राम खनिज मिश्रण प्रति पशु अवश्य दें। अधिक जानकारी के लिए हिसार के टोल फ्री नम्बर, हिसार के लिए 18001803001, उचानी (करनाल) के लिए 18001803111 और बावल (रेवाड़ी) के लिए 18001804002 तथा दिल्ली के लिए 18001801551 तथा ई-मेल [email protected] पर सम्पर्क कर सकते हैं।

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