दहेज मांगने पर गोरवाल गोत्र से देहगल गोत्र ने बेटी-रोटी का रिश्ता खत्म किया

Font Size
 

महापंचायत का फैसला :

: जो भी देहगल गोत्र का बिरादरी के फैसले का उल्लंघन करेगा उस पर 52 हज़ार का आर्थिक दंड और बिरादरी से हुक्का पानी बन्द कर बाहर कर किया जाएगा

: देहगल गोत्र की 360 गांवो की चौधर ने लिया फैसला

: आज से कोई भी देहगल गौत्र का गोरवाल गोत्र में भात, छुछक, नही भरेगा, नए रिश्ते नहीं किए जायेंगे ।

: दंहगल पाल की डागर गौत्र के चौधरियों ने लिया सामूहिक फैसला

 

यूनुस अलवी

 
दहेज मांगने पर गोरवाल गोत्र से देहगल गोत्र ने बेटी-रोटी का रिश्ता खत्म किया 2नूंह/मेवात :   दंहगल पाल की डागर गौत्र के बडे गांव घासेडा की लडकी को शादी के दो साल बाद दहेज में दस लाख रूपये ना देने पर गोरवाल गौत्र के गंाव मालब के युवक द्वारा लडकी को छोडने की धमकी देने के मामले पर शनिवार को घासेडा गांव में 360 गावों की महापंचायत आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता डागर गौत्र और दंहगल गौत्र के संयुक्त चौधरी रगबीर सिंह मिंडकोला ने की। पंचायत में राजस्थान, उत्तरप्रदेश और हरियणा के 360 गावों में बसे दंहगल गौत्र के सभी चौधरी और प्रमुख लोगों ने भाग लिया। करीब आठ घंटे तक चली महा पंचायत में फैसला लिया गया कि आज के बाद कोई भी 360 गावों के दंहगल गौत्र का आदमी गौरवाल गौत्र के मालब के 6 गावों को कोई लडकी नहीे देगा। आज से भात, छूछक और नये रिश्तों पर पाबंदी भी लगा दी गई है। इस फैंसले का जो भी दहंलगौत्र का उलंघन करेगा उस पर 52 हजार रूपये का आर्थिक जुर्माना और हुक्का-पानी बंद कर उसे बिरादरी से बहार कर दिया जाऐगा। राजस्थान तिजारा के सिरौली गांव के सरपंच आसमोहम्मद ने फैंसला सुनाया और महापंचायत में मौजूद लोगो से हाथ उठवाकर फैंसले को मंजरी दी।
 

मामला क्या है ? 

 
पूर्व खंड विकास एंव पंचातय अधिकारी लियाकत अली ने बताया कि गांव घासेडा निवासी अबदुल ने पहली अक्तुबर 2015 को अपनी बेटी साईना की शादी मुस्लिम रिति रिवाज से नूंह खंड के गांव मालब निवासी जमशेद के साथ की थी। शादी के समय दहेज में करीब आठ लाख की बोलेरो कार, 51 हजार रूपये नगद और करीब 3 लाख रूपये का दहेज में सामान दिया था। लेकिन लडका और उसके परिवार वाले इससे खुश नहीं थे। दहेज में और दस लाख रूपये की डिमांड कर रहे थे।दहेज मांगने पर गोरवाल गोत्र से देहगल गोत्र ने बेटी-रोटी का रिश्ता खत्म किया 3
 

क्या कहते हैं लडकी के भाई ? 

 
लडकी के भाई सद्दाम हुसैन ने बहुत कुछ दहेज देने के बाद भी उसकी बहन के ससुराल वाले दस लाख रूपये की डिमांड कर रहे थे। ना देने पर उसकी बहन को छोडने की घमकी दे रहे थे। बहन का रिश्ता बना रहे इस लिए वह गांव के प्रमुख लोगों की पांच बार पंचायत लेकर गया लेकिन वह दस लाख पर ही अडा रहा। उसके बाद वे 20-30 गावों के प्रमुख लोगों को तीन बार पंचायत के रूप में लगा फिर भी आरापी दहेज पर अडे रहे।
 

क्या कहते है 360 के चौधरी ? 

 
घासेडा बहुल मुस्लिम गांव हैं और मडिकौला बहुल हिंदओं का गांव हैं लेकिन दोनो ही दंहगल पाल के डागर गौत्र से ताल्लुक रखते हैं। इस लिए किसी भी दुख-सुख में वे मिलकर रहते हैं। उनका कहना है कि जो बिरादरी ने फैंसला लिया है हिंदु समाज भी मुस्लिम समाज के लोगों के साथ इस प्रण को निभाऐगा और तन-मन-धन से घासेडा के साथ देगा।
 

वादा करके भी नहीं आए मालब गांव के लोग

 
 दहेज मांगने पर गोरवाल गोत्र से देहगल गोत्र ने बेटी-रोटी का रिश्ता खत्म किया 4तैयब हुसैन घासेडिया, फखरूदीन सरपंच ने बताया कि आज की घासेडा में हुई पंचायत में गोरवाल गौत्र के गांव मालब के लोगों को पंचायत में बुलाया गया था। उनके आने के इंजतार में ही पंचायत करीब आठ घंटे तक चली। जब मालब गांव के लोगों ने बिरादरी को धुत्तकार दिया उसकी के चलते बिरादरी ने ये कडा फैंसला लिया है। उनका कहना है कि अगर मालब गांव के लोग अपनी गलती मानते और बिरादरी के आगे सरंडर होते हैं तो इस पर पुर्णविचार किया जा सकता है।
 

क्या है पंचायत का फ़ैसला ?

 
1 दहेज मांगने गोरवाल गोत्र से देहगल गोत्र ने बेटी-रोटी का रिश्ता खत्म किया।
2 जो भी देहगल गोत्र का बिरादरी के फैसले का उलंघन करेगा उस पर 52 हज़ार का आर्थिक दंड और बिरादरी से हुक्का पानी बन्द बहार कर किया जाएगा।
3 देहगल गोत्र की 360 गावो की चौधर ने लिए फैसला
4 आज से कोई भी दंहगल गौत्र का गोरवाल गोत्र में भात, छुछक, नही भरेगा, नऐ रिश्ते नहीं किए जाऐगें।
5 दंहगल पाल की डागर गौत्र के चौधरियों ने लिया सामूहिक फैसला
 

पंचायत में मौजूद प्रमुख लोग और चौधरी ? 

 
सुबराती खांन, तैयब घासेडिया, फखरुद्दीन सरपंच, ऐडवोकेट तलहा, लियाकत अली बीडीपीओ, अशरफ सरपंच, इब्राहिम पहलवान, आशु पहलवान, आस मोहम्मद सिरोली सरपंच, साहून सरपंच, इलियास, चौधरी मजीद रूपवास, उस्मान चौधरी, छज्जू, रसीद सरपंच, कल्लू चौधरी, इब्राहिम, चौधरी उस्मान, हाजी सौहराब सरपंच खेड़ी कंकर, जम्मल सरपंच इस्लाम सरपंच, हाजी अब्दुल गफूर, अजमल सरपंच लंबरदार, सरपंच सनाउललाह, वली मोहम्मद जिला पार्षद सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।
 

You cannot copy content of this page