बच्चों को स्कूल का माहौल मिले और उनको स्कूल से पूर्व वाली शिक्षा मिले।
यूनुस अलवी
मेवात, 17 अगस्त : हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त प्रधान सचिव पीके महापात्रा ने आज यहां लघु सचिवालय के सभागार में आठ जिलों में अपने विभाग से संबंधित जिला परियोजना अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ छोटे बच्चों के सार्वभौमिक विकास एवं विभागीय नीतियों एवं योजनाओं को सही ढंग से लागू करने के लिए विचार विमर्श किया गया।
इस बैठक में बातचीत के लिए निर्धारित अठारह बिन्दुओं वाले कार्य-एजेंडा पर अधिकारियों ने श्री महापात्रा को जरूरी जानकारी दी। बैठक में इस विभाग से संबंधित मुख्यमंत्री की घोषणाओं, मुख्यमंत्री शिकायत पटल पर आई शिकायतों के निवारण की स्थिति, आंगनवाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था, छोटे बच्चों के आधार पंजीकरण, हमारी फुलवारी योजना, आपकी बेटी-हमारी बेटी, पॉक्सो एक्ट के क्रियान्वयन समेत अन्य बिन्दुओं पर बात हुई।
महापात्रा ने इस मौके पर सभी अधिकारियों से छोटे बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर जरूरी कदम उठाने तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में सुव्यवस्था बनाने के लिए पंचायतों एवं गणमान्य लोगों से सहयोग लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि ऐसे केन्द्र सरकारी स्कूलों के परिसर में स्थापित हों। बच्चों को स्कूल का माहौल मिले और उनको स्कूल से पूर्व वाली शिक्षा मिले।
फिरोजपुर नमक गांव में एक आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण दौरा भी किया
आज ही उन्होंने फिरोजपुर नमक गांव में एक आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण दौरा भी किया। इस आंगनवाड़ी केन्द्र की व्यवस्थाओं से वे संतुष्ट नजर आए। इस बैठक से पूर्व उन्होंने उपायुक्त मनीराम शर्मा के कार्यालय में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनसेवा सर्वेक्षण को लेकर जरूरी तैयारी को लेकर एक अन्य बैठक ली। बैठक में जनसेवा सर्वेक्षण को गांव स्तर पर पूरी तरह लागू करने के निर्देश दिए गए।