।। जय माता दी ।।
रजिया पाराशर
शारदीय नवरात्री 2016
वर्ष 2016 में शारदीय नवरात्रों का आरंभ 1 अक्टूबर,2016 (शनिवार)आश्चिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ होगा।
जो 10 अक्तुबर को पूर्ण होगे, बड़े हुए नवरात्रों को बेहद ही शुभ माना गया है। जिसमें सभी देवी के स्वरूपों की अच्छी तरह से पूजा अर्चना का अवसर मिलेगा।
दुर्गा पूजा का आरंभ घट स्थापना से शुरू हो जाता है अत: यह नवरात्र घट स्थापना प्रतिपदा तिथि को 1 अक्टूबर,2016 (शनिवार) के दिन की जाएगी। इस दिन सूर्योदय से प्रतिपदा तिथि, हस्त नक्षत्र, ब्रह्म योग होगा, सूर्य और चन्द्रमा कन्या राशि में होंगे।
कैसे करें पूजा आरम्भ
आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन प्रात: स्नानादि से निवृत हो कर संकल्प किया जाता है। व्रत का संकल्प लेने के बाद, मिट्टी की वेदी बनाकर ‘जौ बौया’ जाता है, इसी वेदी पर घट स्थापित किया जाता है। घट के ऊपर कुल देवी की प्रतिमा स्थापित कर उसका पूजन किया जाता है। इस दिन “दुर्गा सप्तशती” का पाठ किया जाता है, पाठ पूजन के समय दीप अखंड जलता रहना चाहिए।_
नवरात्रि में माता दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है, हर तिथि का एक विशेष महत्व होता है और माता के एक विशेष रूप की पूजा की जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, इन दिनों में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो सकती है।_
?2016 में नवरात्र तिथि 😕
➡ पहला नवरात्र, प्रथमा तिथि, 1 अक्टूबर 2016, शनिवार.
➡ दूसरा नवरात्र, द्वितीया तिथि, 3 अक्टूबर 2016, सोमवार.
➡ तीसरा नवरात्र, तृतीया तिथि, 4 अक्टूबर 2016, मंगलवार.
➡ चौथा नवरात्र, चतुर्थी तिथि, 5 अक्टूबर 2016, बुधवार.
➡ पांचवां नवरात्र , पंचमी तिथि , 6 अक्टूबर 2016, बृहस्पतिवार.
➡ छठा नवरात्र, षष्ठी तिथि, 7 अक्टूबर 2016, शुक्रवार.
➡ सातवां नवरात्र, सप्तमी तिथि, 8 अक्तूबर 2016, शनिवार.
➡ आठवां नवरात्र, अष्टमी तिथि, 9 अक्तूबर 2016, रविवार.
➡ नौवां नवरात्र, नवमी तिथि, 10 अक्तूबर 2016, सोमवार.
➡ दशहरा, दशमी तिथि, 11 अक्तूबर 2016, मंगलवार.