वर्ष 2016 के दौरान घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्य में हुई वृद्धि
वर्ष 2015 की अपेक्षा 2016 में घरेलू पर्यटन में 12.68 प्रतिशत वृद्धि
वर्ष 2015 की अपेक्षा 2016 में विदेशी पर्यटन में 5.92 प्रतिशत वृद्धि
नई दिल्ली : भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र तमिलनाडु राज्य है जबकि दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र , और तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश रहा. देश की राजधानी दिल्ली इस मामले में आश्चर्यजनक रूप से चौथे स्थान पर है. दूसरी तरफ सबसे अधिक घरेलु पर्यटकों को भी तमिलनाडु ने ही आकर्षित किया और उत्तर प्रदेश व आंध्र प्रदेश क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे. मजे की बात यह है कि दिल्ली व हरियाणा घरेलू पर्यटकों को भी रिझाने में 10 प्रमुख राज्यों की सूचि में भी स्थान नहीं पा सका .
इस बात का खुलासा पर्यटन मंत्रालय की मार्केट अनुसंधान शाखा ने विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेश प्रशासनों से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के घरेलू एवं विदेशी पर्यटन दौरों से संबंधित प्राप्त आंकड़ों के तुलनात्मक अध्ययन से होता है।
राज्यों/केंद्रशासित प्रदशों के घरेलू पर्यटन दौरे का अध्ययन बताता है कि वर्ष 2015 में 1431.97 मिलियन घरेलू पर्यटन दौरों की तुलना में वर्ष 2016 में 1613.55 मिलियन पर्यटन दौरे हुए। इस प्रकार वर्ष 2015 से 2016 में 12.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
वर्ष 2016 में घरेलू पर्यटन दौरे की संख्या (मिलियन में) के संदर्भ में शीर्ष 10 राज्य थे- तमिलनाडु (343.81), उत्तर प्रदेश (211.71), आंध्र प्रदेश (153.16), मध्य प्रदेश (150.4 9), कर्नाटक (129 .76), महाराष्ट्र (116.52), तेलंगाना (95.16), पश्चिम बंगाल (74.46), गुजरात (42.25) और राजस्थान (41.5)।
वर्ष 2016 में कुल घरेलू पर्यटन दौरों में शीर्ष 10 राज्यों का योगदान 84.21 प्रतिशत था। तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश का वर्ष 2016 में घरेलू पर्यटन दौरों के संदर्भ में क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान रहा था। इस बार कर्नाटक को पांचवें स्थान पर छोड़कर मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर आ गया। वर्ष 2016 में घरेलू पर्यटन दौरों की प्रतिशत वृद्धि दर के संदर्भ में तीन शीर्ष राज्य/केंद्रशासित प्रदेश थे- मध्य प्रदेश (93), पंजाब (50.03) और अंडमान एवं निकोबार द्वीप (29.62)।
इसी तरह राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के विदेशी पर्यटन दौरे के आंकड़े बताते है कि वर्ष 2015 में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 23.33 मिलियन विदेशी पर्यटन दौरों की तुलना में 5.92 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वर्ष 2016 में 24.71 मिलियन विदेशी दौरे दर्ज किए गए।
वर्ष 2016 में विदेशी पर्यटन दौरे की संख्या (मिलियन में) के संदर्भ में शीर्ष 10 राज्य थे- तमिलनाडु (4.72), महाराष्ट्र (4.67), उत्तर प्रदेश (3.16), दिल्ली (2.52), पश्चिम बंगाल (1.53), राजस्थान (1.51), केरल (1.04), बिहार (1.01), गोवा (0.68) और पंजाब ( 0.66)।
वर्ष 2016 के दौरान देश में कुल विदेशी पर्यटन दौरों में शीर्ष 10 राज्यों का योगदान 81.02 प्रतिशत था। वर्ष 2016 के पर्यटन में 8 राज्यों ने अपना पिछला स्थान बनाए रखा, जबकि पंजाब ने सर्वाधिक दौरे वाले 10 राज्यों में अपना स्थान बनाया।
वर्ष 2016 के दौरान विदेशी पर्यटन दौरों की प्रतिशत वृद्धि दर के संदर्भ में तीन शीर्ष राज्य थे- पंजाब (172.21), सिक्किम (71.55) और छत्तीसगढ़ (44.2)।