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: पुलिस की हिरासत में फोटो दिखाए जाने और डीसी द्वारा नाक रगड़वाने जैसे शब्द लिखने से नाराज हैं लोग
: सोमवार तक मामला हाई कोर्ट पहुंच सकता है
: चार में से तीन ने वकालतनामे पर हस्ताक्षर किये
यूनुस अलवी

एक पीडित ने बताया कि इससे बडी उसकी और क्या बेइज्जती हो सकती है। नेट पर लोग उनके फोटों को देखते हैं तो उसी दिन से रिश्तेदारियों से फोन आ रहे हैं। हर कोई जानने वाला और रश्तिेदार फोटो देखकर यही समझ रहा है कि उसने कोई बडा जुर्म किया है। जिसकी वजह से वह पुलिस बल की हिरासत में दिखाया गया है। इसलाम का कहना है कि डीसी ने अपने नेट (फैसबुक वाल) पर फोटों के साथ-साथ कई तरह की आपत्तिजनक शब्दों को इस्तेमाल किया गया है। जो नाकाबिले बरदास्त है।
हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी
पीडित इसलाम ने बताया कि उसकी सरासर बेइज्जती हुई है। वह इस मामले को हाईकोर्ट लेकर जा रहा है। उसने हाईकोर्ट के ऐडवोकेट को वकालत नामे पर हस्ताक्षर कर दिये हैं। इसलाम ने उसके उपर किसी किस्म का दवाब दिये जाने से इंकार किया है। मेवात विकास सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दीन मोहम्मद मामलीका का कहना है कि जिन लोगों के फोटो डीसी ने अपनी फैसबुक वाल पर ऐसे डाले थे। उन लोगों के मान सम्मान को ठेस पहुंची। इंसाफ लेने के लिये तीन लोगों ने हाई कोर्ट का जरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है।
हस्ताक्षर करने वालों पर दवाब डालने की चर्चा
सभा के पूर्व अध्यक्ष दीन मोहम्मद मामलीका का कहना है कि गांव के सरपंच और अन्य अधिकारियों की मार्फत शिकायतकर्ताओं पर दवाब बनाया जा रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं किया जा सकता। उन्होने कहा कि डीसी ने केवल चार लोगों की बेइज्जती नहीं की है बल्कि पूरे मेवात को गालियां दी है। उन्होने कहा कि इस हाईकोर्ट की नहीं बल्कि जहां भी जरूरत होगी मामले को ले जाया जाऐगा। वहीं गाव की महिला सरपंच के पति आबिद हुसैन ने बताया कि उसने किसी भी आदमी पर कोई दवाब नहीं दिया है।
विवाद बढ़ता देख डीसी ने अपनी फैसबुक से हटाई पोस्ट
मेवात उपायुक्त मणि राम शर्मा ने विवाद बढता देख अपनी फैसबुक वाल से सभी विवादित पोस्टों को डीलीट कर दिया है। वहीं लोगों ने उनक जगह एक नई पोस्अ डाली हे जिसमें कहा गया है कि उसका काम है कीचड में कंकर डालकर चले जाना फिर मुडकर भी ना देखना है। हसन प्रधान रोजका मेव, साकिर सालाहेडी और मुबारिक नोटकी का कहना है कि भले ही डीसी ने अपनी फैसबुक वाल से अपनी विवादित पोस्ट हटा ली हों लेकिन उन सभी के स्क्रीट शोर्ट मेवात के हजारों लोगों के पास मौजूद हैं।