सत्संग से मिलती है प्रेम व नम्रता की भावना : डॉ. प्रदुमन भल्ला

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संत निरंकारी मिशन दिल्ली  की ओर से गुरुग्राम में आयोजित बाल संत समागम

निरकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज के मानव कल्याण के प्रयासों पर प्रदर्शनी 

सत्संग से मिलती है प्रेम व नम्रता की भावना : डॉ. प्रदुमन भल्ला 2गुरुग्राम, 11 जून 2017। सत्संग में आने से प्रेम, नम्रता, सहनशीलता, मानवता व मिलवर्तन की भावनायें मिलती हैं तथा जीवन जीने की सही दिशा सन्तो के मार्गदर्शन से ही मिलती है। बचपन से ही अच्छे संस्कार अच्छे संग और परिवेश से ही आते हैं जो जीवन में अच्छे संस्कारों एवं गुणों को उजागर करते है। उक्त उदगार संत निरंकारी मिशन दिल्ली के विद्वान् प्रचारक डॉ. प्रदुमन भल्ला ने स्थानीय बाल संत समागम में आध्यात्मिक प्रवचन करते हुए व्यक्त किये।

उन्होंने निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की शिक्षाओं को याद करते हुए कहा कि बच्चो के अन्दर जीवन जीने का ढंग सत्संग में निरंन्तर उपस्थित होने से होता है। यहाँ प्यार, नम्रता, मिलवर्तन, प्रेम, एकत्व, ख़ुशी व सेवा के भाव सन्त-महात्माओं के द्वारा बच्चों के अन्दर प्रकट होते है।    

बाल संत समागम में बच्चों ने निरकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के मानव कल्याण के प्रयासों को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुत किया। इसमें मानव में भाईचारे की भावना पैदा करने तथा जीवन को प्रेम भाव से जीने की प्रेरणा देने वाले पोस्टर प्रस्तुत किये गए।सत्संग से मिलती है प्रेम व नम्रता की भावना : डॉ. प्रदुमन भल्ला 3

सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज के आशीर्वाद से निरकारी मिशन आत्मज्ञान के माध्यम से निराकार प्रभु परमात्मा की जानकारी देकर मानव में आध्यात्मिक जागृति पैदा करता है तथा सामाजिक जीवन में उनका इस्तेमाल कर जीवन को सुखमय व आनंदित बनाता है।

आध्यात्मिक जीवन में भक्ति के योगदान पर हुई चर्चा

निरंकारी मिशन की शिक्षाओं पर आधरित बच्चों ने अनेकों कार्यक्रम प्रस्तुत किये, उनकी प्रस्तुतियों में बच्चों ने बौद्धिक, शैक्षणिक, मानसिक व दैहिक क्षम

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ता के विकास के साथ-साथ अध्यात्मिक जीवन में भक्ति के योगदान पर चर्चा की तथा अपने-अपने विचार प्रकट किये। इस में नन्हे-मुन्ने

 बच्चों से लेकर स्कूल व् कॉलेज के बच्चों ने कला व संगीत के माध्यम से अपनी-अपनी रचना, भजन, वक्तव्य, कव्वाली, क्विज, सामूहिक अवतार वाणी गायन व नाटक आदि प्रस्तुत किये। इसमें स्वच्छता अभियान, मानव कल्याण, आपसी सहयोग, सेवा भाव, बड़ों एवं एक-दु

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सरे का आदर-सत्कार, मिलवर्तन से रक्तदान आदि अनेकों प्रस्तुतियां रही।  

सामाज-सुधार कार्यो का लघु नाटिका द्वारा प्रदर्शन 

 

 

निरंकारी मिशन द्वारा संसार में किये जाने वाले सामाज-सुधार कार्यो को लघु नाटिका द्वारा समाज में आध्यात्मिक क्रांति लाने के संदेश देने का प्रयास किया। बाल समागम में गुरुग्राम पालम विहार, घामडोज और आसपास से आये बाल संगत के बच्चों ने गीतों एवं लघु नाटक के द्वारा निरंकारी मिशन द्वारा चलाये जाने वाले आध्यात्मिक व सामाजिक कार्यो का संदेश दिया।

सत्संग से मिलती है प्रेम व नम्रता की भावना : डॉ. प्रदुमन भल्ला 6इस बाल संत समागम में ब्रांच गुरुग्राम के संयोजक एमसी नागपाल ने सभी को आभार व्यक्त किया। इस समागम में सर्वश्री पीसी स्नेही, जीवन दास, कंवर सिंह यादव, नन्द लाल, डॉ. सत्य प्रकाश वर्मा, संदीप गुलाटी, कर्मशील, वेद रहेजा, मीनू कुकरेजा, स्मिता ढींगरा ने अपने-अपने योगदान दिए। मंच संचालन बाल संत सोनम, नेहा, मनीषा, चेतन, संचित ने किया। यह बाल समागम निरंकारी मिशन की ब्रांच गुरुग्राम के संयोजक एमसी नागपाल की देखरेख में सम्पन हुआ।  

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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