बैठक में आयोजन की रूप रेखा हुई तैयार
रथयात्रा के सफल सञ्चालन के लिए जिम्मेदारियों का वितरण
विधि व्यवस्था पर भी सदस्यों ने की चर्चा
गया / बोधगया (दिव्यांश ): बोधगया के जगन्नाथ मन्दिर परिसर में एक बैठक हूई ज़िसमे आगामी 25 जून , रविवार को प्रस्तावित भगवान जगन्नाथ रथ य़ात्रा के आयोजन को लेकर विचार विमर्श किया गया. इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन की दृष्टि से शहर की विधि व्यव्स्था पर ही चर्चा हुई . उल्लेखनीय है कि इस यात्रा का आयोजन 25 जून , रविवार को सुबह 11 बजे से किया जाएगा.
मन्दिर के पुजारियों ने बताया कि इस अवसर पर 24 जून को नेत्रदान अनुष्ठान होगा. 25 जून को होने वाली रथयात्रा को भक्त रस्से से खींचते हुए मौसी बाड़ी पहुंचाएंगे. यहां भगवान आठ दिनों तक विश्राम करेंगे. यात्रा के नौंवे दिन यानि 4 जुलाई को फिर भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मुख्य मंदिर में लौटेंगे.
उनका कहना है कि इस यात्रा का आध्यात्मिक महत्व है. रथयात्रा के समय रथ का संचालन आत्मा युक्त शरीर करता है जो जीवन यात्रा का प्रतीक है। यद्यपि शरीर में आत्मा होती है तो भी वह स्वयं संचालित नहीं होती, बल्कि उसे माया संचालित करती है। इसी प्रकार भगवान जगन्नाथ के विराजमान होने पर भी रथ स्वयं नहीं चलता बल्कि उसे खींचने के लिए लोक-शक्ति की आवश्यकता होती है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मन्दिर के संरक्षक रमेश गिरि , अध्यक्ष उषा डालमिया, सचिव – राय मदन किशोर , कोषाध्यक्ष- लल्लू प्रसाद गुप्ता , लालमनी सिंह , दिव्यांश यादव ,मुन्ना यादव , आदि सैकड़ों सदस्य उपस्थित थे. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को अलग अलग जिम्मेदारियां दी गईं.