गैंगस्टर महेश अटैक की गोली मारकर हत्या

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गुड़गांव। लगभग 19 साल पहले मुख्य डाकघर से 40 लाख की लूट से अपराध की दुनिया में कदम बढ़ाने वाले गैंगस्टर महेश अटैक की बुधवार देर रात कुछ युवकों ने गोली मारकर उस समय हत्या कर दी जब वह अपना प्रॉपर्टी का आफिस बंद कर घर कि ओर जा रहा था. बताया जाता है की अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। पुलिस छानबीन में लगी है. चर्चा यह है कि यह हत्या गैंगवार का नतीजा हो सकती है।

य्ल्लेख्निया है कि गैंगस्टर अटैक गांव झाड़सा का रहने वाला था। पिछले कुछ समय से उसने सेक्टर 40 इलाके में ओम प्रापर्टीज नाम से आफिस बना रखा था। बुधवार रात को जब वह आफिस बंद कर अपने घर के लिए निकला तभी हथियारों से लैस तीन युवक वहां पहुंचे और उसके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। घायल अटैक को आसपास के लोगों ने मेदांता मेडिसिटी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पुलिस को मिलते ही पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।

वर्ष 1997 में मुख्य डाकखाने से गैंगस्टर महेश अटैक ने अपने साथियों के साथ मिलकर डाकघर का 40 लाख रुपया दिन दहाड़े लूट लिया था। इस लूट में शामिल होने का उसके नाम का खुलासा होने के बाद उसका का नाम बड़े गैंगस्टर की सूचि में जुड़ गया. इसके बाद उसका नाम एक के एक बाद मामले से जुड़ता चला गया। इस बीच कई बार जेल गया। उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। हालाँकि अधिकतर मामलों से वह बाहर निकल चुका था। उसके ऊपर कई बार वसूली के आरोप लगे। पिछले कुछ वर्षों से वह अपराध कि दुलिया से तौबा कर जीवन व्यतीत कर रहा था।

अटैक के परिवार ने अपनी पहचान राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में भी बढ़ा ली है। कहा जाता है कि परिवार के दवाब से ही वह अपराध जगत अलग हो गया था। उल्लेखनीय है कि उसके पिता सूबेसिंह गांव झाड़सा के सरपंच रहे हैं जबकि अटैक की भाभी पूनम किल्होड़ नगर निगम पार्षद रही है।

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