—- कुलपति डा0 सर्वनारायण झा की पहल पर बढ़ा नया कदम
—- फिलहाल चार गवेषक के सहारे होगा अनुशिक्षण
—- व्याकरण विभागाध्यक्ष के निर्देशन में चलेगा कार्यक्रम
दरभंगा : संस्कृत के वैसे छात्र जो राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यानी नेट की परीक्षा में बाजी मारना चाह रहे हैं लेकिन इसके लिए उसे कोई सशक्त प्लेटफार्म नहीं दिख रहा हो तो उसके लिए एक बड़ी खुश खबरी है। संस्कृत विश्वविद्यालय अब ऐसे जागरूक छात्रों के लिए नेट परीक्षा की तैयारी यानी अनुशिक्षण की व्यवस्था जल्द करने जा रहा है, वह भी निःशुल्क।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत प्र0 सिंह ने बताया कि कुलपति डा0 सर्वनारायण झा की पहल पर शुरू होने जा रहे इस नए कार्यक्रम का मुख्य लब्बोलुआब यह है कि संस्कृत से छात्रों का जुड़ाव बढ़े और नेट परीक्षा को लेकर बच्चों की परेशानी भी दूर हो। साथ ही अभिभावकों पर से आर्थिक बोझ भी कम हो। इस जगह बता देना जरूरी है कि उक्त अनुशिक्षण में संस्कृत विवि के बाहर के छात्र भी शामिल हो सकते हैं। यानी भाग लेने में किसी तरह का प्रतिबन्ध नहीं रहेगा।
फिलहाल कोचिंग की कमान नेट व जीआर एफ परीक्षा पास कर चुके चार गवेषकों वरुण कुमार झा,रूपेश कुमार झा,अखिलेश कुमार मिश्र व प्रमोद कुमार मिश्र के हाथों रहेगी। अन्य शिक्षकों के अलावा वाह्य शिक्षकों का भी इसमें सहयोग लिया जायेगा। व्याकरण विभाग के अध्यक्ष डा0 शशिनाथ झा के निर्देशन में संचालित होने वाले इस अनुशिक्षण कार्यक्रम को पीजी सभा कक्ष में रोजाना 2 से 3 बजे सम्पादित किये जाने की व्यवस्था की जा रही है।
मालूम हो कि कुलपति डा0 झा की अनोखी पहल पर छात्र कल्याण अध्यक्ष डा0 श्रीपति त्रिपाठी ने मिलकर अनुशिक्षण सम्बंधी रूपरेखा तैयार की जिसे कुलपति ने सहर्ष अनुमोदित कर दिया। इस तरह संस्कृत विवि के इतिहास में एक नया कदम आगे बढ़ गया।
वहीं दूसरी ओर, इस प्रस्तावित व्यवस्था को छात्र हित,संस्कृत व संस्कृति हित के साथ साथ शोध व जीविकोपार्जन से जोड़कर देखने की कुलपति ने वकालत की।