लखनऊ : सपा में तनाव कम होने कि बजाय बढ़ता दिखने लगा है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए पार्टी के तीन विधान परिषद सदस्यों तथा तीन युवा संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों समेत सात नेताओं को सोमवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. बताया जाता है कि उनपर पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने समेत कई आरोप हैं ।
शिवपाल ने यहां बताया कि विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव, आनन्द भदौरिया तथा संजय लाठर और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे एवं प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और समाजवादी छात्रसभा के प्रान्तीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव को पार्टी से निकाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने, पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने तथा अनुशासनहीन आचरण के आरोप में पार्टी से निष्कासित किया गया है। इन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सुनील सिंह यादव, आनन्द भदौरिया और संजय लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर उनकी जगह शिवपाल को जिम्मेदारी दिये जाने के बाद गत शनिवार को सपा के सभी युवा संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पार्टी राज्य मुख्यालय के बाहर अखिलेश के समर्थन में नारेबाजी की थी। इस दौरान सपा मुखिया के खिलाफ भी नारेबाजी हुई थी। पार्टी के युवा संगठनों ने सपा मुखिया को पत्र लिखकर कहा था कि वे अखिलेश के सिवा और किसी की सरपरस्ती में काम नहीं कर सकते।
इस कार्रवाई से ऐसा लगता है कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में टकराव बढ़ रहा है और इससे अखिलेश व उनके चाचा के बीच की खाई बढ़ने के पुरजोर आसार हैं.