नई दिल्ली : कश्मीर के उरी सेक्टर में रविवार तड़के जघन्य हमला करने वाले आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद तंजीम के थे। हमले के बारे में प्रारंभिक जानकारी देते हुए डीजीएमओ ने कहा है कि कैंप के अंदर 13-14 सैनिकों की जलकर मौत हुई। डीजीएमओ ने कहा कि उरी में सेना पर हमले का मुंहतोड़ जवाब इसे अंजाम देने वाले को दिया जायेगा .
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि मरे गए आतंकियों के पास से जो हथियार व अन्य सामान बरामद हुए हैं उन पर पाकिस्तान का मार्का है . उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से 4 एके 47 राइफल, 4 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर्स और अन्य युद्ध सामग्री मिली है।
डीजीएमओ ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तानी डीजीएमओ से इस बाबत बात कर बता दिया है कि हमारी आर्मी इसका करारा जवाब देने को तैयार है. उनके मुताबिक आतंकियों ने आग भड़काने वाली सामग्री के साथ गोलीबारी करनी शुरू की जिससे टेंट आग लग गई।
डीजीएमओ ने कहा, मैं भरोसा देता हूं कि भारतीय सेना किसी भी प्रतिकूल परिस्थिती का सामना करने के लिए तैयार है और हमला करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए और कई घायल हो गए। मुठभेड़ में सभी 4 आतंकी भी ढेर गए।गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रूस व अमेरिका दौरा स्थगित कर आतंकी हमले से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए आपात बैठक की। उन्होंने राज्य में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोभाल, केंद्रीय गृहसचिव राजीव महर्षि, रक्षा सचिव जी मोहन कुमार और सेना एवं अर्धसैन्य बलों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आतंकी हमले के बाद राज्य की मौजूदा स्थिति से राजनाथ को अवगत कराया।
बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ के प्रमुख, सैन्य अभियानों एवं सैन्य खुफिया विभाग के महानिदेशक शामिल थे।