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बैंक कर्मचारियों पर ग्रामीणों ने लगाया बेवजह परेशान करने का आरोप
यूनुस अलवी
पुन्हाना:स्कूल में पढने वाले बच्चे जिनका जीरो बैलेंस से खाता हुआ हुआ हैं उनकोखाते में पहले पांच सौ रूपये जमा कराने होंगें तभी उनके बाद के पैसे खाते से निकाले जा सकते हैं। ऐसा ना करने वाले लोगों को बैंक कर्मचारी अपनी बैंक से भरा रहे हैं। ये आरोप गांव सिंगार के दर्जन भर अभिभावकों ने गांव में ही कार्यत सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक सिंगार के कर्मचारियों पर लगाऐ हैं। बैंक अधिकारियों के इस आदेश से बच्चों के अभिभावक बेहद परेशान हो गये है।
गांव सिंगार निवासी जावेद खान, अनीस, हाशम और रशीद का कहना है कि स्कूल और सरकार कि ओर से उनके गांव स्थित सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक में उनके बच्चों का खाता जीरो बैलेंस से खुला हुआ है। स्कूल कि ओर से उनके बच्चों कि वर्दी के पैसे बच्चों के बैंक खातों में डाल दिये हैं। मंगलवार को जब वे अपने बच्चों को साथ लेकर सिंगार गांव कि सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक में खाता चैक कराने और पासबुक बनवाने गए तो बैंक में कार्यत मुकेश और यशवीर सिंह कर्मचारियों ने उनसे बोला कि पहले 500 रूपये खातों में जमा कराओं तभी उनके खातों का स्टेटस चेक होगा और बच्चों की पासबुक जारी की जाएगी। अभिभावक जावेद खान का कहना है कि उसने बैंक के कर्मचारियों को बताया कि उनके बच्चों के स्कूल कि तरफ से जीरो बैलेंस से खाते खुले हुऐ हैं। लेकिन वे अपनी जिद पर अडे रहे कि पहले पैसे जमा करो तक कोई काम होगा। उसके बाद उन्होने इसकी शिकायत बैंक मैनेजर जीएल शर्मा से ही तो मैनेजर ने कोई समाधान निकालने कि बजाऐ उनको धक्के मारकर बैंक से निकाल दिया। पीडित लोगों ने बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने कि सरकार और डीसी से मांग की है।
क्या कहते हैं बैंक मैनेजर ?
सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक सिंगार के मैनेजन जीवन लाल शर्मा ने बताया कि स्कूल के बच्चे, बुढापा, विधवा और विक्लांग पैंशन वालों के खाते में पैसे रहने जरूरी नहीं है बल्कि जो जनधन योजना के जीरो बैलेंस से खाते खोले गये थे, उनमें कुछ पैसे रखने के आदेश आऐ हुऐ हैं। किसी कर्मचारी ने कोई लापरवाही कि है तो वह उसकी जांच करेगें।