विडंबना देखिये : मेवात में हो रहा है शिक्षा का बेड़ा गर्क, फिर कहते हैं मेवाती पढ़ते नहीं !

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एक नजर मेवात के स्कूलों पर   : 

: सीएंडवी के 101 और जेबीटी के 61 अध्यापकों को दूसरे जिले में डेपूटेशन पर भेज रखा है जबकी नियुक्ति मेवात में हैं

: 40 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में से 34 में प्रिंसिपल नहीं

: 40 हाई स्कूलों में से 36 में हेडमास्टर नहीं

: आठवीें के 341 में से 239 में हेड मास्टर नहीं

: 117 मिडिल स्कूल टीचर लेस हैं

: 12 प्राईमरी स्कूल टीचर लेस हैं

: स्कूलों में टीचर है नहीं और सरकार नकल रोकने पर दे रही है जोर

यूनुस अलवी

 
विडंबना देखिये : मेवात में हो रहा है शिक्षा का बेड़ा गर्क, फिर कहते हैं मेवाती पढ़ते नहीं ! 2मेवात:   भले ही हरियाणा सरकार नकल को रोकने के लिये अपना पूरा दमखम लगाने पर जोर दे रही है लेकिन मेवात में शिक्षक लगाना तो दूर कि बात स्कूलों में हेडमास्टर और प्रिसिपल तक मुहईया कराने में अस्मर्थ है। इतना ही नहीं मेवात जिला में 117 मिडिल स्कूल टीचर लैस हैं वहीं 67 स्कूलों में एक ही अध्यापक पढा रहा है। जबकी जिले के 12 प्राईमरी स्कूल टीचर लैस हैं तो 29 स्कूलों में एक ही अध्यापक से काम चल रहा है।
 

मास्टर के 1111 स्विकृत पदों में से 588 खाली

 
 मेवात जिला के 40 वरिष्ट माध्यमिक विद्यालयों में से 34 के प्रिंसिपल, 40 हाई स्कूल के 36 हेडमास्टर और 341 मिडिल स्कूल के 239 हेडमास्टरों के पद काफी समय से खाली पडे हैं। इतना ही नहीं मास्टर के 1111 स्विकृत पदों में से 588 खाली, लेक्चरार के 688 में 354 खाली, सी एंड वी के 1167 पदों में से 884 पद खाली और 101 का दूसरे जिलों में कर रखा है तदाबदला, जेबीटी के 3517 पदों में से 922 पद खाली और 61 अध्यापकों को देसरे जिलों में भेज रखा है। यानि वेतन मेवात से लेते हैं और नोकरी दूसरें जिलों में कर रहे हैं।  हेड टीचर के 407 में से 110 पद खाली पडे हुऐ हैं।
 
मेवात जिला में पहली से पांचवीं तक 51531 लडके, 46648 लडकियों सहित कुल 98179 बच्चे, छटी से आठवीं तक 26914 लडके और 23634 लडकियों सहित कुल 50549 बच्चे हैं। इसी तरह नवीं और दसवीं में 9057 छात्र व 4581 छात्राओं सहित कुल 13638 बच्चे तथा ग्यारवीं और बारहवीं कक्षा में 4547 छात्र व 1529 छात्राओं सहित 6076 बच्चे हैं। यानि मेवात जिला में पहले से बारहवीं कक्षा तक 92049 छात्र और 76392 छात्राओं सहित कुल एक लाख 68 हजार 441 बच्चें शिक्षा गृहण कर रहे हैं। विडंबना देखिये : मेवात में हो रहा है शिक्षा का बेड़ा गर्क, फिर कहते हैं मेवाती पढ़ते नहीं ! 3
 
      मेवात जिला में 493 प्राईमरी, 262 मिडिल, 40 हाई, 40 वरिष्ट माध्यमिक विद्यालयों के अलावा पांच आरोही मॉडल स्कूल, पांच कस्तूरबा गांधी विद्यालय तीन सरकार द्वारा ऐडिड स्कूल हैं। इसके अलावा प्राईमरी का एक, मिडिल के 54, हाई के 22 और सीनियर के 16 स्कूल सरकार से मान्यता प्राप्त हैं जबकी सात हाई स्कूल अस्थाई मान्यता प्राप्त चल रहे हैं।
 

क्या कहते हैं ग्रामीण ?

 
 मुबीन खां तेडिया, मकसूद शिकरावा, मुबारिक नोटकी का कहना है कि भाजपा सरकार असल में मेवात को शिक्षा देने के ही पक्ष में नजर नहीं आती है। उनका कहना है कि पहले सरकार मेवात में अध्यापकों के खाली पदों को भरने का काम रहे उसके बाद ही नकल रोकने के का प्रयास करे। जब बच्चे पढेगें ही नहीं तो वे नकल के सिवा क्या करेगें। मेवात में पहले ही अध्याकपों के पद खाली पडे हैं और सैंकडों अध्यापको का तबादला दूसरे जिलों में कर रखा है। इससे भाजपा कि नियत साफ झलकती है कि वह मेवात में शिक्षा को बढावा देने के बजाये शिक्षा के बेडा गर्क करने पर तुली हुई है।

 

क्या कहते हैं डीईओ ?

  मेवात के जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश शस्त्री का कहना है कि मेवात में खाली पडे पदों को भरने के लिये उन्होने सरकार के पास डिमांड भेज रखी है। जैसे ही अध्यापकों को भर्ती होगी सबसे ज्यादा मेवात को प्राथमिक्ता दी जाऐगी।

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