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यूनुस अलवी
पुन्हाना: मेवात जिला को 31 मार्च तक खुले में शौचमुक्त बनाने के लिये जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिले के अधिारियों कि कडी महनत के चलते जिले की कुल 317 ग्राम पंचायतों में से लगभग 240 ग्राम पंचायतें पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त हो चुकी है तथा शैष बची हुई 76 ग्राम पंचायतें 25 मार्च तक खुले में शौच मुक्त बनाने का प्रशासन कि ओर से दावा किया जा रहा है। खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायतों के सत्यापन हेतु राज्य सरकार द्वारा गठित जिला गुडगांव की अन्तर जिला सत्यापन टीम जिला नूंह में दिनांक 20 मार्च से 25 मार्च तक गांवों का भ्रमण करेंगी।
मेवात के अतिरक्ति उपायुक्त नरेश ने बताया कि उनका उम्मीद है कि 31 मार्च से पहले-पहले मेवात को ओडीएफ बना दिया जाऐगा। उन्होने लोगों से आहवान करते हुऐ कहा कि जिन परिवारों ने अभी तक शौचलयों का निर्माण नहीं कराया है वे सभी 31 मार्च से पहले तक अपने-अपने घरों में शौचालयों का निर्माण कर नूंह जिला को खुले में शौच मुक्त बनाने में प्रशासन कि मदद करें। उन्होने बताया कि इन्दिरा आवास योजना के अन्तर्गत मकानों का शर्वे कराया जा रहा है। जिन घरों में शौचालय नहीं हैं उनकी तीसरी किस्त की राशी पर रोक लगा दी गई है। तीसरी किस्त की राशी शौचालय बनने के बाद ही जारी होगी।