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मेवात के सैंकडों स्कूलों से अभिभावक जबरन ले गए अपने बच्चे , स्कूल हुए खाली
यूनुस अलवी
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शुक्रवार को यह अफवाह जोरो पर रही। इस अफवाह से जिला प्रशासन भी दूविधा में पड गया। मेवात जिला के गांव डूंगरान शहजादपुर, बाजिदपुर, हसनपुर, नांगल शाहपुर, गंगवानी, लुहिगाकलां, पिनंगवां सहित दो दर्जन से अधिक स्कूलोंं में इसका असर देखने को मिला। अभिभावकों का आरोप है कि उनके बच्चों को नपुंसक बनाने के लिए इंजेक्शन और गोलियां दी जा रही हैं। उन्होने कहा कि वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढाना ही नहीं चहाते है।
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अध्यपापकों का कहना है कि कुछ समझदार अभिभावक वापिस अपने बच्चों को स्कूल में लेकर आये। गांव डूंगरान शहजादपुर में 305 बच्चों में से केवल 50 ही बच्चे रहे गये। इसी तरह गांव हसन पुर में एक भी बच्चा नहीं रहा। वही इस अफवाह का मेवात के डीसी, एसपी, जिला शिक्षा अधिकारी और जिला सिविल सर्जन ने खंडन किया है।
क्या कहते है जिला शिक्षा अधिकारी ?
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क्या कहते हैं अध्यापक ?
राजकीय मिडिल स्कूल डूंगरान शहजादपुर के इंचार्ज मोहम्मद फारूख का कहना है कि उनके स्कूल में 305 बच्चे हैं। शक्रवार की सुबेह प्रार्थना में करीब 80 फीसदी बच्चे आये थे। अचनाक सुबेह 9 बजे महिलाओं कि उनके स्कूल में लाईन लग गई और अपने बच्चों को ले जाने लगी। उन्होने कारण पूछा तो अभिभावको का कहना था कि वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं पढाते क्योंकि उनके लडकों को नपंसक और लडकियों को बाझ बनाने को इंजेक्श लगा रहे हैं। उन्होने काफी समझाया लेकिन एक नहीं मानी सभी बच्चे चले गये।
क्या कहते हैं अभिभावक ?
गांव नांगल शाहपुर निवासी उसमान का कहना है कि उसके स्कूल में तीन बच्चे पढते हैं और अकरम का कहना है कि उसकी दो छोटी बहन स्कूल में पढती है। उन्होने सुना है कि सरकार लडका और लडकियों को नपुंसक और बांझ बनाने के इंजेक्शन लगा रही है। वे सरकारी स्कूल में पढाना ही नहीं चहाते।
क्या कहते हैं मोलाना जफरूदीन इलयासी ?
मोलाना जफरूदीन इलयासी का कहना है कि इसमें क्या सच्चाई है। इसके बारे में प्रधान मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री को ब्यान देना चाहिये। उनका कहना है कि जिस तरह उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा ने मुसलमानों के खिलाफ ब्यानबाजी कि है ये सब उसी का नतीजा है।
क्या कहते हैं गांव के सरपंच ?
गांव डूगरान शहजादपुर के सरपंच रफाकत आजाद का कहना है कि उसने अधिकारियों से इसके बारे में जानकरी ली जो गलत है। वह शाम को अपने गांव में पंचायत कर लोगो को समझाने का प्रयास करेगें।