बंदर की स्मृति में होगा मंदिर निर्माण

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विधि विधान से किया भूमि पूजन

गुडग़ांव। राम भक्त हनुमान को श्रेष्ठ भक्त और सेवक माना गया है। उसी प्रकार से बंदर को हनुमान का ही प्रति रूप माना जाता है। जब बात आस्था की हो तो सभी तर्क बेमानी हो जाते हैं। यही वजह रही कि नवाबी शहर पटौदी के साथ में बाबा हरदेवा की धार्मिक नगरी हेलीमंडी के वार्ड एक के श्रीमंगल सिंह शिव मंदिर परिसर में जब एक बंदर की अचानक मृत्यु हो गई तो श्रद्धालुओं ने उसे दफनाकर मंदिर बानाने का फैंसला किया।
राम भक्त हनुमान के प्रति अटूट श्रद्धावान बिरेंद्र यादव पुत्र मास्टर दानसिंह ने श्रीमंगल सिंह शिव मंदिर परिसर में ही जहां मृत बंदर को दफनाया गया, उसी स्थान पर मंदिर निर्माण के लिए विधिविधान के साथ पूजन कर मंदिर के लिए नींव रखी। इस मौके पर ईश्वर शास्त्री ने मृतक बंदर की आत्मा की शांति के लिए मंत्रोच्चारण कर हवन भी किया। मंदिर निर्माण के आरंभ किए जाने के मौके पर हनुमान सहित ज्वाला मां की आरती भी की गई। इस मौके पर मंदिर के महंत नरेंद्र मुदगिल, विजय सैनी, रामपाल, बल्लू, यशबीर, मुकेश कौशिक, सुरेश कुमार, एफएस सैनी, इंदू मुदगिल, कुसुम सहित अन्य ने श्रमदान भी किया। श्रद्धालुओं का कहना है कि बंदर निर्माण के पूरा होने पर यहीं पर हनुमान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी।

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