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सरकार से संघेल में कोई और परियोजना देने की मांग
गांव सालाहेडी के समर्थन में इलियास, जाकिर और आफ़ताब तीनों आये सामने
यूनुस अलवी
पुन्हाना/नूंह: कांग्रेस सरकार द्वारा जिला मुख्यालय से सटे गांव सालाहेडी में मंजूर किये गये केंद्रीय विद्यालय को प्रशासन और सरकार द्वारा जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव संगेल में स्थानांतरित किये जाने की चर्चा को लेकर पिछले तीन दिन से मिनि सचिवालय पर धरने पर बेठे समाजसेवी और गांव सालाहेडी के लोगों को समर्थन देने के लिये जहां इनेलो पार्टी कि ओर से नूंह से विधायक जाकिर हुसैन ने बृहस्पतिवार को समर्थन किया वहीं शुक्रवार को पूर्व परिवहन मंत्री एंव प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब अहमद ने सैंकडों कार्यकताओं को साथ लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया।
धरने पर बेठे लोगों को सम्बोधित करते हुऐ पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने कहा कि प्रशासन और सरकार द्वारा द्ववेष भावना से स्कूल को जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर गांव संगेल में स्थानांतरित करना चहाता है। जिसे कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं करेगी। उन्होने कहा अगर सरकार कुछ देना ही चहाती है तो संगेल गांव को कोई बडा तौहफा दे। कांग्रेस राज में मंजूर किये गये कार्यो से कोई छेड-छाड ना कि जाये।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार को कुछ करना धरना तो है नहीं स्कूल के नाम पर दो गांवों के लोगों को भिडाकर अपनी रोटी सेखना चहाती है। उन्होने कहा कि संगेल भी मेवात का गांव है लेकिन बात स्कूल की है, केंद्रीय विद्यालय जिला मुख्यालय पर होना चहिये जिससे ट्रांस्पोर्ट की सुविधा बच्चों को आसानी से मिल सके। आफ़ताब अहमद ने कहा कि सरकार संगेल को सैनिक स्कूल दे या कोई बडी परियोजना दे जिसका कांग्रेस पार्टी स्वागत करेंगी।
उन्होने कहा कि मेवात के आपसी भाईचारे को यहां के दोनो समुदाय के लोगों ने बड़े प्यार और मेहनत से सींचा है जिसको प्रदेश सरकार उजाड़ने पर उतारू है। मेवाती ये हरगिज़ होने नहीं देंगे। उन्होने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सिर्फ कांग्रेस सरकार की परियोजनाओं के या तो नाम बदल रही है या उनका स्थान बदल रही है। नया कुछ करना धना नहीं है। कांग्रेस राज कि आईटीआई झामुवास, तावडू, पुन्हाना, पिनगवां में और पॉलिटेक्निक मालब व इंद्री में इनको अब तक चालु नहीं करवा पा रही है।
उनका कहना है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन ने किसी दूसरे गांव का प्रस्ताव नहीं मांगा बल्कि संगठन ने तीन एकड जमीन कि डिमांड की है। ऐसे में सालाहेडी ग्राम पंचायत ने तीन कि बजाये पांच एकड जमीन का प्रस्ताव डीसी की मार्फत संगठन को सौंप दिया है। डीसी का फर्ज बनता था कि वह सालाहेडी के प्रस्ताव को संगठन के पास भेजते लेकिन उसने ऐसा नहीं किया बल्कि गांव संगेल से एक और प्रस्ताव कर भेजा जा रहा है जिसे मेवात के लोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगें।
पीसीसी सदस्य महताब अहमद का कहना है कि ग्राम पंचायत सालाहेडी ने गांव की करीब 10 एकड जमीन का प्रस्ताव केंद्रीय विद्यालय के संगठन को भेज दिया था। जिसका मुटेशन वर्ष 2013 में विद्यालय के नाम चढ चुका है। विद्यालय के लिये करीब तीन एकड और जमीन कि डिमांड करते हुऐ संगठन ने प्रशासन के पास फाईल भेजी है। उनका कहना है कि तीन कि बजाये पांच एकड जमीन का प्रस्ताव सालाहेडी ग्राम पंचायत ने प्रशासन को सौंप दिया है। उनका आरोप है कि अब बदनियती से मेवात प्रशासन ने सालाहेडी कि बजाये जिला मुख्यालय नूंह से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव संगेल की जमीन का प्रस्ताव भेजने पर अडे हुऐ हैं। केंद्रीय विद्यालय जिला मुख्यालय पर होना चाहिये जहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पहले से ही मौजूद हैं और जिला मुख्यालय पर रहने वाले लोगों व कर्मचारियों के बच्चे भी आसानी से उस में पढ सकें। उनका कहना है कि मेवात प्रशासन अल्पसंख्यक विरोधी जैसा व्यवहार कर रहे हैं । इसी वजह से वह दो गावों के लोगों को आपस में भिडाने के लिये ऐसा कर रहा है। उनका कहना है कि केंद्रीय विद्यालय के संगठन ने किसी दूसरे गांव का प्रस्ताव नहीं मांगा बल्कि संगठन ने तीन एकड जमीन कि डिमांड की है। ऐसे में सालाहेडी ग्राम पंचायत ने तीन कि बजाये पांच एकड जमीन का प्रस्ताव डीसी की मार्फत संगठन को सौंप दिया है। उनका कहना है कि डीसी का फर्ज बनता था कि वह सालाहेडी के प्रस्ताव को संगठन के पास भेजता लेकिन उसने ऐसा नहीं किया बल्कि गांव संगेल से ओर अलग प्रस्ताव कर भेजा जा रहा है जिसे मेवात के लोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगें।
गांव सालाहेडी में केंद्रीय विद्यालय बनाने कि मांग को लेकर हजारों लोग जिला सचिवालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये।पूर्व मंत्री चौ0आफताब अहमद ने कहा कि जब तक प्रशासन उनको लिखित में ये नहीं देता कि विद्यालय गांव सालाहेडी में ही बनेगा तक तक उनका धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर पीसीसी सदस्य महताब अहमद, शरीफ अड़बर, हाजी अख्तर काटपुरी, वहीद सलम्बा, चो0 सपात मेवली, मम्मन सरपंच , अख्तर हुसैन चंदेनी, अयूब सेहरावत, सपात मेवली, मम्मन सरपंच , अख्तर हुसैन चंदेनी, अयूब सेहरावत,कबीर सरपंच ठेकड़ा, सोहराब सरपंच, जक्की सरपंच सलम्बा, नईम इक़बाल, नसीम चंदेनी, इख्लास इक्का, इसा मालब, तौसीफ अहमद, डॉ साहिल खेड़ा, रहमान मेवली, सदाम आकेड़ा, मुमताज़ कँवर, गुड्डू पहलवान, कैलाश शर्मा, उस्मान सत्पुतियाका, कमरु सत्पुतियाका आदि कांग्रेसी नेता व् सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल रहे।